सदर अस्पताल बना डंपिंग जोन!
जहानाबाद (नगर) : जहानाबाद सदर अस्पताल में फैले कूड़े-कचरे को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानो स्वच्छता अभियान का पाषांग असर भी यहां नहीं है. परिसर में जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा है. जो भी मरीज यहां इलाज करवाने आते हैं. उनके और उनके परिजनों के लिए तो यह कूड़े का अंबार […]
जहानाबाद (नगर) : जहानाबाद सदर अस्पताल में फैले कूड़े-कचरे को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानो स्वच्छता अभियान का पाषांग असर भी यहां नहीं है. परिसर में जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा है.
जो भी मरीज यहां इलाज करवाने आते हैं. उनके और उनके परिजनों के लिए तो यह कूड़े का अंबार काफी खतरनाक है. किसी को भी संक्रमण हो सकता है. आपको बताते चलें कि स्वच्छता अभियान के तहत जिले के सिविल सजर्न डॉ दिलीप कुमार के साथ-साथ लोक जनशक्ति पार्टी ने भी अस्पताल परिसर में साफ-सफाई का अभियान चलाया था. साथ ही अस्पताल परिसर को स्वच्छ रखने के लिए लोग संकल्प भी लिये थे.
विडंबना यह है कि आज अस्पताल परिसर को देखने से यह जाहिर होता है कि वो तमाम बीती बातें अखबार के पन्नों तक ही सीमित रह गयीं. धरातल पर हालात ढाक के तीन पात से ज्यादा कुछ भी नहीं है. अस्पताल परिसर में फैले कूड़े-कचरे को देखने के बाद साफ -सफाई के मद्देनजर जब जानकारी ली गयी, तो स्थितियां कुछ और थी.
दरअसल अस्पताल के साफ -सफाई का ठेका सुविधा नाम की संस्था को दी गयी है. लोगों ने यह भी बताया कि यह संस्था चारों तरफ से कूड़ा बटोर कर अस्पताल परिसर में ही डंप करता है. जब इसके संचालक अशोक सिंह से बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि अस्पताल के साफ -सफाई नियमित रूप से होती है. कूड़ा-कचरा भी बाहर फेंका जाता है, जो भी कूड़ा-कचरा अस्पताल परिसर में जमा दिख रहा है उसे भी बाहर फेंका जायेगा. जब संचालक से यह पूछा गया कि आखिर ये कचरा परिसर में काफी दिनों से जमा है इसकी बजह क्या है. तो उसका जवाब था कि जब काफी मात्र में कचरा जमा हो जाता है, तो एक ही बार यहां से सारा कूड़ा-कचरा उठाया जाता है.
अब जरा आप ही सोचिए कि अस्पताल परिसर का हाल कैसा होगा. विडंबना इस बात की है कि इतना सब होने के बावजूद जिस अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल परिसर की साफ -सफाई के लिए संकल्प लिया था. इतना सब होने के बावजूद उसके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही.