करपी : प्रखंड क्षेत्र के तेर्रा गांव में आयोजित संगीतमय रामकथा सुनने के लिए आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. कथा के छठे दिन इलाहाबाद के प्रसिद्ध कथावाचक श्री शांतनु जी महाराज ने श्रीराम राज्याभिषेक तथा उससे उत्पन्न हुई गृह कलह का बड़े ही मार्मिक ढंग से वर्णन किया.
उन्होंने कहा कि सत्ता सुख से उत्पन्न गृह कलह पर छोटे भाई भरत ने जिस प्रकार बड़े भाई के सम्मान एवं पिता के वचन की मर्यादाका पालन किया, वह महान है. स्वामी जी महाराज ने कहा कि समाज का एक छोटे से छोटे तत्व भी कुचक्र की अगिA में सर्वनाश कर सकता है. गुरु की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि गुरु सबसे श्रेष्ठ होते हैं. गुरु एवं गुरुजन को राज मद में आ कर भूलना नहीं चाहिए. पत्नी शब्द को परिभाषित करते हुए कहा कि जो पति को पतन से बचाती रहे, वही पत्नी है.
उन्होंने सीता का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने राज्य सुख छोड़ कर अपने पति के साथ वन में चली गयी. नशा निवारण के लिए महिलाओं को आगे आने की सलाह देते हुए कहा कि जिस घर में शराब आ जाती है, वह घर बरबाद हो जाता है. इसके पूर्व आयोजन समिति के सदस्यों ने स्वामी जी को माला पहना कर स्वागत किया.