टीपीसी के हार्डकोर नक्सली ने खोले कई राज, छापेमारी जारी
चितरंजन की गिरफ्तारी के लिए लगायी गयी थी चार थानों की पुलिस इलाके में भय का पर्याय बने टीपीसी के हार्डकोर नक्सली चितरंजन शर्मा की गिरफ्तारी से भट्ठा मालिकों ने राहत की सांस ली है. चितरंजन ने चैनपुर में ईंट भट्ठा फूंकने, लेवी लेने सहित कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. भट्ठा मालिक ने […]
चितरंजन की गिरफ्तारी के लिए लगायी गयी थी चार थानों की पुलिस
इलाके में भय का पर्याय बने टीपीसी के हार्डकोर नक्सली चितरंजन शर्मा की गिरफ्तारी से भट्ठा मालिकों ने राहत की सांस ली है. चितरंजन ने चैनपुर में ईंट भट्ठा फूंकने, लेवी लेने सहित कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. भट्ठा मालिक ने एक प्राथमिकी भी दर्ज करायी थी. जेल से बेल पर छूट कर आने के बाद से वह लगातार कारोबारियों को धमकी दे रहा था. वह पहले भी कई भट्ठों पर लेवी वसूलने के लिए परचा दिया था.
जहानाबाद : शहर के कारगिल चौक के समीप से बीते दिन हथियार के साथ गिरफ्तार किये गये अपराधी चितरंजन शर्मा ने पूछताछ में कई राज उगले हैं. उसने चार हत्या समेत दर्जन भर कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है.
पुलिस के मुताबिक गुरुवार को नाटकीय ढंग से उसे पकड़ गया. उसके पास से एक देसी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस और करीब चार हजार रुपये नकद भी बरामद किये गये हैं. एसपी आदित्य कुमार ने बताया कि चितरंजन लंबे अरसे से आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा है. वह संगठित गिरोह का मास्टरमाइंड है. पूर्व में उसने चार लोगों को मौत के घाट उतारा है. इलाके में लोग इसके नाम से खौफ खाते हैं. उसने अपने एक साथी की भी हत्या कर चुका है. इसकी गिरफ्तारी के लिए चार थानों की पुलिस को लगाया गया था.
निशानदेही पर छापेमारी
चितरंजन की निशानदेही पर पुलिस ने शकुराबाद थाना क्षेत्र के बसतपुर गांव से राजेश को भी पकड़ लिया, जो कुर्था थाना क्षेत्र के दरहेटा गांव का निवासी है. वह भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल था. वह बसंतपुर में रह कर ही टीपीसी के लिए लेवी उगाही में लगा था. एसपी ने बताया कि जेल से छूटने के बाद चितरंजन ने इलाके के कई भट्ठा संचालकों को फोन कर लेवी की मांग की थी. लेवी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी थी.
कई भट्ठा मालिकों ने उसे लेवी के तौर रकम भी दी थी. वह एक भट्ठे से लाख रुपये तक वसूली करता था. गोनवां निवासी योगेंद्र शर्मा से भी चैनपुर गांव में ईंट भट्ठा चलाने के एवज में लेवी की मांग की थी. लेवी नहीं मिलने पर टीपीसी द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया.
इस भट्ठे पर अपराधियों ने लूटपाट कर एक ट्रैक्टर को फूंक दिया था. बताया गया कि चितरंजन नक्सली की आड़ में निर्माण कार्य कराने वाले ठेकेदारों से भी तय रकम की वसूली करता था. राजेश उसके सहयोगी के तौर पर लेवी वसूलता था. उसने सलेमपुर, कोयली, करौता आदि ईंट भट्ठों को अब तक अपना निशाना बनाया है. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ के आधार पर छापेमारी कर रही है.