प्रशासन ने बनाया कंट्रोल रूम, क्षति के आकलन में जुटे अधिकारी
मंगलवार को आये बड़ी तीव्रता के भूकंप से खौफजदा जनमानस बुधवार को भी खौफजदा रहे. भूकंप के भय से आम-अवाम दहशत में रहा.भूकंप से कई घरों को नुकसान की खबर है. हालांकि, जिला प्रशासन ने त्वरित कदम उठाते हुए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है. भूकंप से हुई क्षति के आकलन में प्रशासनिक अधिकारी जुट […]
मंगलवार को आये बड़ी तीव्रता के भूकंप से खौफजदा जनमानस बुधवार को भी खौफजदा रहे. भूकंप के भय से आम-अवाम दहशत में रहा.भूकंप से कई घरों को नुकसान की खबर है.
हालांकि, जिला प्रशासन ने त्वरित कदम उठाते हुए कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है. भूकंप से हुई क्षति के आकलन में प्रशासनिक अधिकारी जुट गये हैं. धरती डोलने के बाद से शहर से लेकर गांव तक अफवाहों का भी जोर है.
कहीं प्रलय तो कहीं दैवीय प्रकोप की भ्रामक बातें भी लोगों के बीच कानाफूसी के तौर पर चल रही हैं. इस क्रम में प्रशासन की ओर से मुख्यालय समेत तमाम ग्रामीण इलाकों में लाउडस्पीकर के जरिये भूकंप से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार कर लोगों से जागरूक होने की अपील की गयी. अधिकतर लोग रात में भी घर जाने के बजाय देर तक मैदान में ही टिके रहे. खुले मैदानों में लोगों का जमावड़ा लगा था.
अफवाहों का बाजार रहा गरम
माइक से जिले भर में कराया जा रहा जागरूकता का प्रचार-प्रसार
बुधवार को भी खौफजदा रहे लोग
जहानाबाद : जिले में मंगलवार को आये भूकंप के झटकों ने लोगों को दहशतजदा कर दिया है. धरती कांपने से भयभीत लोग अनहोनी की आशंका से डरे घर में जाने तक को तैयार नहीं हैं. इस बीच खबरिया चैनलों पर लगातार दी जा रही भूकंप संबंधी सूचनाओं से भी इलाके में भय का माहौल बन गया है.
शहरी क्षेत्र में लोगों के घरों में सुबह से ही टीवी के जरिये लोग तबाही की खबर लेने में जुटे रहे. बुधवार की दोपहर बारह बजते ही लोगों के चेहरे पर भूकंप का भय सताने लगा. लोगों के दिलों-दिमाग में यह बात घर कर गयी है कि भूकंप 12 से एक बजे तक आता है. पिछली बार की तरह बुधवार को भी लोग दूसरे दिन भी झटका आने के भय से सहमे रहे.
गांव-देहातों से छन कर आ रही खबरों के मुताबिक आज दिन भर बड़े पैमाने पर फोल्डिंग, दरी, चादरों की बिक्री होती रही. कई लोग सिर में दर्द और शरीर में अकड़न-भारीपन की शिकायत कर रहे थे. कुछ लोगों को भूकंप आने के बाद से अपच और उलटी की परेशानी भी बनी रही. भूकंप के झटकों के बीच रतनी-फरीदपुर प्रखंड के कखौरा आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका लक्ष्मीरानी वर्मा दीवार गिरने से घायल हो गयी.
जिले में भूकंप से हुआ नुकसान
मंगलवार को आयी भूकंप से सदर अस्पताल परिसर में बने सुलभ शौचालय की दीवार धराशायी हो गयी. वहीं रतनी-फरीदपुर प्रखंड क्षेत्र के कखौरा स्थित आंगनबाड़ी केंद्र भवन ध्वस्त हो गया.
जबकि मखदुमपुर प्रखंड के नौगढ़ स्थित हनुमान मंदिर की दीवार, रेफरल अस्पताल के नवजात शिशु कक्ष की छत चटक कर गिर गयी, मगध ग्रामीण बैंक की दीवार में दरार आ गयी तथा एयरटेल टावर के समीप जमीन फट गयी. वहीं घोसी थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव में जयप्रकाश शर्मा की पक्की केबिन धराशायी हो गयी.
भूकंप के बाद खूब फैली अफवाह
भूकंप के बाद लोगों के बीच फैल रही तरह-तरह की अफवाहों ने उनका खौफ और बढ़ा दिया है. डर के मारे उनके हलक सूख गये हैं.
खासकर आनेवाले 48 घंटों में भूकंप की प्रतिक्रियात्मक झटके आते रहने की सूचना से वे अंदर तक डरे हुए महसूस कर रहे हैं.
मंगलवार को रात भर रतजगा करनेवाले लोग बुधवार को भी बेचैन रहे. मौसम पूर्वानुमान में आगे भी भूकंप की भविष्यवाणी पर बहस का दौर भी शुरू हो गया है.
स्कू लों में हुई गरमी की छुट्टी
भूकंप से नुकसान की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सरकार के आदेशानुसार सभी उच्चतर माध्यमिक स्तरीय तक के विद्यालयों में गरमी की छुट्टी करा दी गयी है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि बुधवार से सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों में गरमी की छुट्टी करा दी गयी है.
भूकंप एवं गरमी को देखते हुए ग्रीष्मावकाश की छुट्टी निर्धारित समय से एक सप्ताह पूर्व ही घोषित करा दी गयी है. उन्होंने कहा कि भूकंप के चलते स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चे दहशत में थे. उनकी सुरक्षा के लिहाज से यह कदम उठाया गया है.
प्रशासन हुआ मुस्तैद, बनाया कंट्रोल रूम
मंगलवार को आये भूकंप के बाद से हरकत में आया प्रशासन बुधवार को और भी अधिक मुस्तैद हो गया है.
जान-माल की सुरक्षा के लिए जरूरी चेतावनियां जारी की गयी हैं. सभी अंचलाधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर भूकंप से हुई क्षति का आकलन करने का निर्देश दिया गया है. डीएम आदित्य कुमार दास ने इस बीच आपदा प्रबंधन की बैठक कर सभी बड़े अफसरों को मामले की गंभीरता के लिहाज से नजदीकी नजर रखने की ताकीद की है.
भूकंप संबंधी एहतियात बरतते हुए प्रशासन ने एक कंट्रोल रूम भी बनाया है. 06114-223145 नंबर पर फोन कर यहां जान-माल के नुकसान की सूचना दी जा सकती है. प्रशासन ने अफवाहों से बचाव के लिए युवाओं से सक्रिय भूमिका निभाने और देहात में लोगों को जागरूक करने की कवायद भी शुरू कर दी है.