अन्याय कर रही है सरकार

जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, कर्तव्य पर वापस नहीं लौटेंगे गृहरक्षक पांच सूत्री मांगों को लेकर गृहरक्षकों का आंदोलन पिछले सात दिनों से जारी है. आंदोलन के तहत गृहरक्षकों द्वारा चक्का जाम तथा जेल भरो आंदोलन चला कर अपनी गिरफ्तारी दी गयी. आंदोलनरत गृहरक्षक एकता एवं मांगों के प्रति समर्पण दिखाते हुए आंदोलन को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2015 6:40 AM
जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, कर्तव्य पर वापस नहीं लौटेंगे गृहरक्षक
पांच सूत्री मांगों को लेकर गृहरक्षकों का आंदोलन पिछले सात दिनों से जारी है. आंदोलन के तहत गृहरक्षकों द्वारा चक्का जाम तथा जेल भरो आंदोलन चला कर अपनी गिरफ्तारी दी गयी.
आंदोलनरत गृहरक्षक एकता एवं मांगों के प्रति समर्पण दिखाते हुए आंदोलन को तब तक जारी रखने का एलान किया है, जब तक मांगे पूरी नहीं हो जातीं. गृहरक्षकों की हड़ताल का असर आमलोगों की सुरक्षा पर भी पड़ने लगा है.
जहानाबाद (नगर) : पांच सूत्री मांगों के लेकर गृहरक्षकों की हड़ताल सातवें दिन भी जारी रही. हड़ताली गृहरक्षकों ने अपनी मांगों के समर्थन में जेल भरो आंदोलन चला कर गिरफ्तारी दी. आंदोलन के तहत बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ के कार्यालय से गृहरक्षकों का जत्था प्रदर्शन करते हुए निकला.
गृहरक्षक अपनी मांगों के समर्थन में तथा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अरवल चौक के लिए रवाना हुए. हालांकि आंबेडकर चौक पर तैनात अंचलाधिकारी एवं परिवहन पदाधिकारी ने गृहरक्षकों आगे बढ़ने से रोक दिया तथा आंबेडकर चौक पर ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गृहरक्षकों ने जेल भरो आंदोलन के तहत बढ़-चढ़ कर गिरफ्तारी दी.
इस दौरान 182 गृहरक्षक गिरफ्तार किये गये. मौके पर बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ के जिलाध्यक्ष मिथिलेश्वर कुमार ने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जातीं, आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार गृहरक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. मांझी सरकार द्वारा गृहरक्षकों की मांगों को कैबिनेट से मंजूरी दिलायी गयी थी, जिसे नीतीश सरकार ने रद्द कर गृहरक्षकों के साथ अन्याय किया है. जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होतीं, गृहरक्षक अपने कर्तव्य पर नहीं लौटेंगे.
इस दौरान संघ के सचिव विजय कुमार ने भी गृहरक्षकों से अपने आंदोलन पर डटे रहने का आह्वान किया. गिरफ्तार गृहरक्षकों को राज्य संपोषित बालिका उच्च विद्यालय स्थित कैंप जेल में रखा गया है.

Next Article

Exit mobile version