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शिक्षा परिषद कर्मी गये हड़ताल पर
मांगों के समर्थन में किया प्रदर्शन जहानाबाद (नगर) : सेवा स्थायी करने एवं छठे वेतनमान लागू करने की मांग को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के कर्मी हड़ताल पर चले गये. हड़ताल के कारण प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक के कार्यालयों, कस्तूरबा विद्यालयों व संसाधन कक्ष में ताला लटक गया. शिक्षा परिषद के हड़ताली […]
मांगों के समर्थन में किया प्रदर्शन
जहानाबाद (नगर) : सेवा स्थायी करने एवं छठे वेतनमान लागू करने की मांग को लेकर बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के कर्मी हड़ताल पर चले गये. हड़ताल के कारण प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक के कार्यालयों, कस्तूरबा विद्यालयों व संसाधन कक्ष में ताला लटक गया.
शिक्षा परिषद के हड़ताली कर्मियों ने सेवा स्थायी करने की मांग को लेकर डीइओ कार्यालय परिसर में धरना दिया, जिसे संबोधित करते हुए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद इंप्लाइज यूनियन के जिला सचिव राजीव रंजन ने कहा कि अधिकारियों की हठधर्मिता के कारण परिषद कर्मी हड़ताल पर जाने को बाध्य हुए हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गत 22 अप्रैल को ही यह घोषणा कर दी थी कि संविदा पर कार्यरत तमाम कर्मियों की सेवा स्थायी की जायेगी एवं भविष्य में संविदा पर बहाली नहीं की जायेगी, किंतु सामान्य प्रशासन विभाग ने मुख्यमंत्री की इस घोषणा पर पानी फेरते हुए अपने संकल्प संख्या 6161 में सिर्फ उन्हीं संविदा कर्मियों की सेवा नियमित करने के लिए कमेटी द्वारा विचार करने का फैसला किया गया है, जो बिहार लोक सेवा आयोग एवं कर्मचारी चयन आयोग द्वारा बहाल किये जाते हैं, लेकिन बहाली नहीं होने के कारण अल्पावधि के लिए उक्त पद पर संविदा पर बहाली की गयी है.
इसका लाभ एक से डेढ़ हजार कर्मियों को ही मिल पायेगा, जबकि बिहारशिक्षा परियोजना, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, संसाधन शिक्षक, राज्य स्वास्थ्य समिति, मध्याह्न् भोजन योजना में कार्यरत कर्मी इससे वंचित रह जायेंगे. सरकार के इस कार्य का विरोध करते हुए शिक्षा परिषद के कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है.
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