शहर का ड्रेनेज व सिवरेज सिस्टम ध्वस्त, गलियों में बह रहा नाले का पानी

जहानाबाद (नगर) : शहरी क्षेत्र का नाम सुनते ही बरबस ही लोगों के दिलों में एक ऐसी छवि उभर उठती है, जिसमें सड़क, बिजली, पानी, पक्की नालियां सहित अन्य सुविधा युक्त तसवीर दिखती है, लेकिन जहानाबाद शहरी क्षेत्र में ऐसे कई मुहल्ले हैं, जहां लोगों को नालियों के गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2015 8:01 AM
जहानाबाद (नगर) : शहरी क्षेत्र का नाम सुनते ही बरबस ही लोगों के दिलों में एक ऐसी छवि उभर उठती है, जिसमें सड़क, बिजली, पानी, पक्की नालियां सहित अन्य सुविधा युक्त तसवीर दिखती है, लेकिन जहानाबाद शहरी क्षेत्र में ऐसे कई मुहल्ले हैं, जहां लोगों को नालियों के गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है.
यहां यह फर्क करना मुश्किल हो जाता है कि यह शहर है या नरक. शहरी क्षेत्र में ड्रेनेज व सिवरेज सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त है. कहीं नालियां बनी भी है, तो उसकी साफ-सफाई नहीं हुई है. कहीं-कहीं तो नालियों का नामोनिशान ही मिट गया है. शहरी क्षेत्र से जलनिकासी के लिए बने नाले अतिक्रमणकारियों के कब्जे में है. नाले को भर कर कहीं दुकान, तो कहीं मकान का निर्माण कराया जा रहा है, जिससे नालों का अस्तित्व समाप्ति पर है. शहर के कई मुहल्लों में इन कारणों से जलजमाव की स्थिति बनी हुई है.
यह हाल गरमी के दिनों का है. बरसात में मुहल्लों की स्थिति क्या होगी, यह आनेवाला वक्त ही बतायेगा. इन मुहल्लों में अमीर व गरीब सभी तरह के लोग बसते हैं, लेकिन इन लोगों को अपने को शहरी कहने में भी शर्मिदगी महसूस होती है. कारण यह है कि इन मुहल्लों क ी गलियां इन्हें नरक का एहसास कराता है. शहर के कई मुहल्लों की गलियों में घुटने भर नाली का गंदा पानी बह रहा है.
इस पानी में मुहल्ले की गंदगी भी बह रही है और इस गंदे पानी से होकर मुहल्लावासियों को आना-जाना पड़ रहा है. शहरी क्षेत्र के ड्रेनेज व सिवरेज सिस्टम ध्वस्त रहने के कारण यह समस्या बनी हुई है. पानी निकासी का प्रमुख श्रोत अलगना पइन एवं देवरिया नाले का अस्तित्व समाप्त होने की स्थिति में पहुंच गयी है.

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