बंद रहीं दवा दुकानें

जहानाबाद (नगर) : दवा विक्रेताओं के राष्ट्रीय संगठन ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन से जुड़े सभी थोक एवं खुदरा दवा दुकानें बंद रहीं. हालांकि सदर अस्पताल परिसर स्थित जेनेरिक दुकानें खुली रहीं. खुदरा दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता खत्म करने, शिक्षित दवा दुकानदारों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:36 PM

जहानाबाद (नगर) : दवा विक्रेताओं के राष्ट्रीय संगठन ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के आह्वान पर बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन से जुड़े सभी थोक एवं खुदरा दवा दुकानें बंद रहीं. हालांकि सदर अस्पताल परिसर स्थित जेनेरिक दुकानें खुली रहीं.

खुदरा दवा दुकानों में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता खत्म करने, शिक्षित दवा दुकानदारों को अल्पावधि का प्रशिक्षण देकर सक्षम व्यक्ति के रूप में मान्यता देने, बिल पर खरीदी गयी दवा के घटिया होने पर निर्माण कंपनी पर मुकदमा करने तथा दुकानदार को गवाह बनाने, दवा विक्रेताओं के मुनाफे को यथावत रखने, दवा विक्रय के क्षेत्र में एफडीआइ को मंजूरी नहीं देने, जीवनरक्षक दवाओं व वैक्सीन की कीमत कम करने, पेटेंट के नाम पर मल्टी नेशनल दवाओं के मूल्य पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर दवा दुकानदारों ने एक दिन की सांकेतिक हड़ताल रखी.

हड़ताल के कारण जिले के सभी लाइसेंसी दवा दुकानें बंद रहीं. दवा दुकान बंद रहने से मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि अधिकतर नर्सिंग होम संचालक पूर्व से ही आवश्यक दवाओं की व्यवस्था कर रखे थे. इससे नर्सिग होम में इलाज करानेवाले मरीज अधिक परेशान नहीं हुए.

हालांकि हड़ताल के कारण दवा के लिए मरीज इधर-उधर भटकते रहे. लेकिन उन्हें दवाएं नहीं मिलीं, जिसके बाद मरीज घर लौटने में ही भलाई समझी. इधर दवा दुकानों में हड़ताल के कारण अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ रही.

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