जान पर खेल कर ट्रैक पार करने की विवशता

स्कूल व कॉलेज जाने के लिए छात्र-छात्राओं का भी लगा रहता है आना-जाना ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों की जा चुकी है जान जहानाबाद (नगर) : पटना-गया रेलखंड के जहानाबाद रेलवे स्टेशन यूं तो मॉडल स्टेशन के रूप में प्रचलित है, लेकिन यहां यात्राी सुविधाओं का घोर अभाव है. रेलवे स्टेशन पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 14, 2015 1:26 AM
स्कूल व कॉलेज जाने के लिए छात्र-छात्राओं का भी लगा रहता है आना-जाना
ट्रेन की चपेट में आने से कई लोगों की जा चुकी है जान
जहानाबाद (नगर) : पटना-गया रेलखंड के जहानाबाद रेलवे स्टेशन यूं तो मॉडल स्टेशन के रूप में प्रचलित है, लेकिन यहां यात्राी सुविधाओं का घोर अभाव है. रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म संख्या एक से दो पर जाने के लिए तो ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया है, लेकिन प्लेटफॉर्म संख्या दो से तीन पर जाने के लिए ओवरब्रिज का निर्माण नहीं कराया गया है, जिससे यात्रियों तथा छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
प्लेटफॉर्म दो से तीन की ओर जानेवाले यात्रियों को जान पर खेल कर रेलवे ट्रैक पार करने की विवशता है. हालांकि इससे दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है. प्लेटफॉर्म संख्या तीन की ओर शहर की एक बड़ी आबादी निवास करती है. इसी इलाके में सत्येंद्र नारायण सिन्हा महाविद्यालय के अलावा कई अन्य शिक्षण संस्थानें हैं, जिसमें काफी संख्या में छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं.
कॉलेज व स्कूल जानेवाले छात्र-छात्राएं रेलवे ट्रैक पार कर ही आवागमन करते हैं. हालांकि रेलवे पार करते समय वे काफी सशंकित व डरे-सहमे रहते हैं, लेकिन इसके अलावा कोई सुगम विकल्प नहीं होने के कारण वे जान पर खेल कर आते-जाते हैं. स्थानीय लोगों की मानें, तो रेलवे लाइन पार करने में हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. लाइन पार करने के दौरान कई लोग अपनी जान गंवा भी चुके हैं.
स्थानीय लोगों की सुविधा व रेल दुर्घटना को रोकने के लिए प्लेटफॉर्म नंबर एक से दो पर आने के लिए बने ओवरब्रिज का विस्तार कर प्लेटफॉर्म तीन के बाहर तक पहुंच पुल बनाया जाना चाहिए, ताकि यात्रियों के साथ-साथ आमलोग भी ओवरब्रिज के सहारे सुरक्षित रेलवे ट्रैक पार कर सकें.

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