एनडीए में रहना मेरी मजबूरी नहीं : मांझी
जहानाबाद : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनडीए के प्रत्याशियों के चयन में हो रही देरी पर असंतोष जताते हुए कहा कि एनडीए में रहना मेरी मजबूरी नहीं है, किसी भी सूरत में सम्मान से समझौता नहीं करूंगा. उन्होंने हम के 15 विधायकों समेत जीतनेवाले प्रत्याशियों के लिए टिकट की मांग की. उन्होंने सीकूराज […]
जहानाबाद : पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एनडीए के प्रत्याशियों के चयन में हो रही देरी पर असंतोष जताते हुए कहा कि एनडीए में रहना मेरी मजबूरी नहीं है, किसी भी सूरत में सम्मान से समझौता नहीं करूंगा.
उन्होंने हम के 15 विधायकों समेत जीतनेवाले प्रत्याशियों के लिए टिकट की मांग की. उन्होंने सीकूराज मामले की न्यायिक जांच की मांग की. वह सोमवार को शहर स्थित रेस्ट हाउस में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि एनडीए में हैं और एनडीए में ही रहेंगे, लेकिन अपने मान-सम्मान के प्रति सजग हैं.
पूर्व सीएम ने जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय सचेतक पप्पू यादव को एनडीए में शामिल करने की वकालत की. उन्होंने कहा कि उनका साथ आना एनडीए के हित में होगा. जातिगत जनगणना के आंकड़ों को जारी करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार को सही समीक्षा के बाद इसे जारी करना चाहिए. मांझी ने कहा कि जहानाबाद जिले में उन्होंने 503 करोड़ की योजनाएं लायीं, जिनमें कई योजनाओं को पैसे की कमी का बहाना कर राज्य सरकार जान-बूझ कर रोक रखी है.
सीकूराज की मौत पर सरकार संवेदनहीन : किशनगंज में बीएसएफ बहाली के दौरान पुलिस की अत्यधिक पिटाई से सीकू राज की मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि सरकार का संवेदनहीन और अमानवीय चेहरा उजागर हुआ है. केंद्रीय गृह मंत्रलय से मामले में हस्तक्षेप कर मृतक छात्र के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की.