जेपी की विरासत के दावेदारों ने रिश्वत लेकर मनायी जयंती : नरेंद्र मोदी

कटाक्ष : स्टिंग को लेकर नीतीश-लालू पर नमो का तीखा प्रहार क्या बिहार को ऐसे लोगों के हाथों में छोड़ा जा सकता है, जो बेशर्म हो गये हैं जहानाबाद/भभुआ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जदयू के एक मंत्री के स्टिंग वीडियो प्रकरण को लेकर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर तीखा प्रहार करते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2015 5:54 AM
कटाक्ष : स्टिंग को लेकर नीतीश-लालू पर नमो का तीखा प्रहार
क्या बिहार को ऐसे लोगों के हाथों में छोड़ा जा सकता है, जो बेशर्म हो गये हैं
जहानाबाद/भभुआ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जदयू के एक मंत्री के स्टिंग वीडियो प्रकरण को लेकर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि इन्होंने जयप्रकाश नारायण की विरासत का ‘अपमान’ किया है और रिश्वत लेकर जेपी की जयंती मनायी. फिर भी उन्हें कोई ‘शर्म’ नहीं है. जहानाबाद और भभुआ में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महागंठबंधन के नेता ‘भयभीत’ हैं.
मोदी ने आज की अपनी चुनावी रैलियों के सीधा प्रसारण करने पर रोक लगाने के लिए महागठबंधन की ओर से चुनाव आयोग से संपर्क साधने की भी आलोचना की.
इससे खराब घटना और क्या हो सकती है : राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले एक स्टिंग वीडियो में मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा को रिश्वत लेते दिखाया गया था.
इसको लेकर जदयू ने रविवार की रात कुशवाहा से इस्तीफा ले लिया था. इस घटना का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि समाजवाद के प्रणेता माने जानेवाले जेपी की जयंती के दिन इससे खराब घटना और क्या हो सकती है. ऐसा काम उनलोगों ने किया जो जेपी की विरासत पर दावा करते हैं. जेपी का ऐसा अपमान कभी नहीं हुआ. इस घटना को बिहार के सम्मान से जोड़ते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे लोगों ने बिहार के सम्मान को धूल में मिलाने का पाप किया है.
लालू प्रसाद पर तीखा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि स्टिंग में अवधेश कुशवाहा ने कहा कि पांच मंत्री हैं (फायदा पाने वाले). इन पांच मंत्रियों के नाम बताएं. दो और यह पाप करते पकड़े गये, लेकिन उनके नेता को इसमें कुछ भी बुरा नहीं लगता है. उन्हें इस पाप, जंगलराज या भ्रष्टाचार के बारे में खराब महसूस नहीं होता है.
मोदी ने सवाल किया, क्या बिहार को ऐसे लोगों के हाथों में छोड़ा जा सकता है, जो बेशर्म हो गये हैं, ऐसे लोगों के हाथों में जिन्हें धन के ऐसे लेन-देन को लेकर शर्म महसूस नहीं होती.
सार्वजनिक जीवन में शर्म जैसी चीज होती है, अगर कोई पाप करते पकड़ा जाता है, तो वह घर बैठ जाता है. लेकिन यहां वे अकड़ दिखा रहे हैं.
पैसे का यह खेल चलता रहा तो आप कहां जायेंगे : इस घटना के लिए नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के गंठबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए मोदी ने कहा, जब तक भाजपा सरकार का हिस्सा थी, ऐसी कोई बात सामने नहीं आयी, कोई भ्रष्टाचार नहीं था. लेकिन, जबसे उन्होंने (नीतीश) उस महान व्यक्ति से हाथ मिलाया है, जिन्हें ऐसे काम करने में महारत हासिल है, यह सब शुरू हो गया है.
मोदी ने कहा कि जब राष्ट्र जेपी को उनकी 113वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा था, तब आपको देखना है कि अपने आप को उनका अनुयायी बताने वाले, दिन रात उनका नाम लेने वाले, उनके कदमों के अनुसरण की राजनीति का दावा करनेवालों ने किस तरह से जेपी की जयंती मनायी. चारा घोटाला मामले में दोषी ठहाराये गये लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘अगर पैसे का यह खेल चलता रहा तो आप कहां जायेंगे. क्या आप चार लाख रुपये दे पायेंगे ?

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