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कृष्ण महिला कॉॅलेज में नहीं होती पीजी की पढ़ाई

कृष्ण महिला कॉॅलेज में नहीं होती पीजी की पढ़ाई वोकेशनल कोर्स के लिए जाना पड़ता है गया-पटनाजिले का है इकलौता महिला कॉलेज जहानाबाद. जिले के एकमात्र संबद्ध महिला कॉलेज श्रीकृष्ण महिला कॉलेज में अब तक पीजी की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाने के कारण छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो रही हैं. 1975 में महिला […]

कृष्ण महिला कॉॅलेज में नहीं होती पीजी की पढ़ाई वोकेशनल कोर्स के लिए जाना पड़ता है गया-पटनाजिले का है इकलौता महिला कॉलेज जहानाबाद. जिले के एकमात्र संबद्ध महिला कॉलेज श्रीकृष्ण महिला कॉलेज में अब तक पीजी की पढ़ाई शुरू नहीं हो पाने के कारण छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो रही हैं. 1975 में महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्थापित यह महाविद्यालय आज भी विभिन्न समस्याओं में उलझा है. यहां वर्तमान में इंटरमीडिएट तथा डिग्री कक्षाओं में लगभग पांच हजार से अधिक छात्राएं अध्ययनरत हैं. महाविद्यालय का अधिकतर पुराना भवन या तो जर्जर है अथवा धराशायी हो चुके हैं. इससे यहां कमरों का भारी अभाव है. पठन-पाठन में समस्या आ रही है. कमरों के अभाव में न तो व्यवस्थित प्रयोगशाला है और न तो पर्याप्त अध्ययन कक्ष तथा जरूरी सुविधाएं हैं. हालांकि महिला कॉलेज होने के कारण जिले की छात्राओं की यह पहली पसंद है. कॉलेज के इंटर तथा डिग्री कक्षाओं में साइंस तथा आर्ट्स में सीट फुल होते यहां देर नहीं लगती है. यहां वर्तमान में विभिन्न विषयों के 21 विभाग संचालित हैं, लेकिन कई विभागाध्यक्षों को काफी परेशानी होती है. कॉलेज की अधिकतर छात्राओं ने पीजी की पढ़ाई, बीएड की पढ़ाई, वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई के साथ-साथ गर्ल्स हॉस्टल, कॉन्फ्रेंस हॉल, एडिटोरियम आदि की व्यवस्था नहीं रहने पर महिला कॉलेज के साथ भेदभाव का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार का महिला उत्थान का सपना ऐसे कैसे पूरा होगा. क्या कहती हैं छात्राएं.महिला कॉलेज की घोर उपेक्षा की जा रही है. यहां सभी जरूरी पाठ्यक्रमों की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए थी. -सुनीता कुमारीइतने बड़े कॉलेज में एक भी विषय में पीजी की पढ़ाई नहीं होने से जिले की छात्राएं उच्च शिक्षा से वंचित हो रही हैं. – पुष्पा कुमारी कॉलेज में कमरों की कमी के कारण कक्षाएं शिफ्ट में चलायी जाती हैं. प्रयोगशाला कक्ष के अभाव में भी छात्राओं को प्रैक्टिकल सुविधाओं में काफी परेशानी आ रही है.- वंदना कुमारीकॉलेज में गर्ल्स हॉस्टल नहीं रहने के कारण ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं को सर्वाधिक परेशानी हो रही है. सरकार को इस महिला कॉलेज के लिए एक छात्रावास अवश्य देना चाहिए.- सुषमा कुमारीक्या कहते हैं प्राचार्यविश्वविद्यालय से पीजी की पढ़ाई के लिए अनुमति मांगी गयी है. लेकिन, अब तक अनुमति नहीं मिली है. कॉलेज में कमरों की थोड़ी कमी है, इसे शीघ्र दूर किया जायेगा. संजय कुमार

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