हार-जीत को लेकर छिड़ी बहस
हार-जीत को लेकर छिड़ी बहसअरवल (ग्रामीण). चुनाव समाप्ति के बाद विभिन्न टीवी चैनलों द्वारा राजनीतिक दलों के संभावित आकलन को पेश करने के बाद आम लोगों में भी हार जीत के लिए बहस छीड़ गयी है. इसको लेकर शहर का चौक चौराहे, पान गुमटी , चाय दुकान या गांव का चौपाल में आकलन का बहश […]
हार-जीत को लेकर छिड़ी बहसअरवल (ग्रामीण). चुनाव समाप्ति के बाद विभिन्न टीवी चैनलों द्वारा राजनीतिक दलों के संभावित आकलन को पेश करने के बाद आम लोगों में भी हार जीत के लिए बहस छीड़ गयी है. इसको लेकर शहर का चौक चौराहे, पान गुमटी , चाय दुकान या गांव का चौपाल में आकलन का बहश जोरों पर है. लोग अपने -अपने चहेते को आकलन के माध्यम से जीताने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं. जिसके कारण हार जीत का राजनीतिक चरम सीमा पर पहुंच गया है. इस दौरान सरकार के गठन से लेकर मंत्रीमंडल तक की सुनिश्चिता पर बहश जारी है.