जान-जाने पर ही जागेंगे प्रशासन के अधिकारी
जान-जाने पर ही जागेंगे प्रशासन के अधिकारीअनदेखी: दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है एनएच का अतिक्रमण करने का दायरा,कब होंगी हुजूर की नजरें इनायत न जाने क्यों मौन है अधिकारीबेरोकटोक फल फूल रहा है सड़क पर सब्जी बेचने का धंधासांसत में हैं लोगों की जान, फिर हो सकती है बड़ी दुर्घटनाफोटो- 13 इंट्रो. शहर में […]
जान-जाने पर ही जागेंगे प्रशासन के अधिकारीअनदेखी: दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है एनएच का अतिक्रमण करने का दायरा,कब होंगी हुजूर की नजरें इनायत न जाने क्यों मौन है अधिकारीबेरोकटोक फल फूल रहा है सड़क पर सब्जी बेचने का धंधासांसत में हैं लोगों की जान, फिर हो सकती है बड़ी दुर्घटनाफोटो- 13 इंट्रो. शहर में एनएच का अतिक्रमण कर सड़क पर सब्जी मंडी बसा देने का दायरा दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है. और इसके साथ बनी हुई है बड़ी दुर्घटना होने की प्रबल आशंका. इस मामले को प्रशासन के द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. लोग सकते में है और यह कहने लगे हैं कि आलाधिकारियों की नजरें कब इनायत होंगी. क्या किसी की जान जाने के बाद ही जागेगें प्रशासन के अधिकारीजहानाबाद. वैसे तो शहर के कई ऐसे मोड़ हैं जहां सुबह से शाम तक बल्कि रात नौ बजे तक सड़क फुटपाथी दुकानदारों की गिरफ्त में रहती है. मलहचक मोड़, पीली कोठी, सब्जी मंडी, तिमुहानी, राजाबाजार ऐसे स्थान हैं जहां कि सड़कें संकीर्ण हैं बावजूद इसके सब्जी के कारोबारी अतिक्रमण कर सड़क पर ही सब्जी बेचते हैं. लेकिन सबसे विकट स्थिति रहती है अरवल मोड़ और स्टेशन के समीप. ये दोनों स्थान शहर के प्रमुख स्थल हैं जहां से प्रतिदिन हजारों छोटी -बड़ी गाडि़यां गुजरती हैं. स्टेशन रोड में ऊंटा सब्जी मंडी की स्थिति अत्यंत खराब है. यहां पर एनएच 83 के पश्चिमी हिस्से का आधा अतिक्रमण कर लिया गया है और उस पर सब्जी मंडी बसा दिया गया है प्रतिदिन सुबह छह बजे से लेकर पूर्वाह्न 11 बजे तक और फिर अपराह्न तीन बजे से रात नौ बजे तक एनएच को सब्जी बाजार बनाकर रखा जाता है. पहले दो चार लोगों ने दुकानें लगायी लेकिन दिनोंदिन इसका दायरा काफी बढ़ता ही चला गया. फिलहाल स्थिति यह है कि करीब एक सौ की संख्या में कारोबारी सड़क का अतिक्रमण किये हुए हैं . ऐसे कारोबारियों को प्रशासन के किसी भी अधिकारी से तनिक भी कार्रवाई होने का भय नहीं है. जबकि इस स्थान पर निर्धारित स्थान भी घेराबंदी कर उसके भीतर सब्जी बेचने की अनुमति है.अरवल मोड़ पर बना है जाम का कारण.इस स्थान से एनएच 83 और एनएच 110 गुजरती है. गया, पटना और अरवल क्षेत्र में प्रतिदिन हजारों गाडि़यां गुजरती है भीड़ का तीन तरफा दबाव रहने के बावजूद अरवल मोड़ पर अवैध ढ़ंग से सब्जियां बेची जाती हैं. यहां पर यातायात पुलिस की भी व्यवस्था है पर वो कुछ नहीं कर पाती है. परिणाम यह होता है कि रोज यहां जाम की स्थिति उत्पन्न होती है और इसके भुक्तभोगी होते हैं राहगीर.मौन हैं प्रशासन के अधिकारी.इन मार्गों से प्रतिदिन डीएम, एसपी, एसडीओ और अन्य कई अधिकारी गुजरते हैं लेकिन इनकी नजरें इस और इनायत नहीं हो रही है. कुछ दिनों पूर्व डीएम मनोज कुमार सिंह ने इस मामले में कहा था कि मामला उनके संज्ञान में है शीघ्र कार्रवाई होगी. लेकिन रिजल्ट अब तक शुन्य है. सड़क का अतिक्रमण कर सब्जी बेचने का दायरा दिनोंदिन बढ़ता ही जा रहा है. सब्जी विक्रेताओं की मनमानी देखते हुए लोग अब यह कहने लगे हैं कि कब जागेगा प्रशासन, क्या फिर किसी की जान चली जायेगी तब जागेगेंअधिकारी .ऐसी हालत में शहर के लोग इस बात को लेकर मुखर हो गये हैं अतिक्रमणकारियों पर शीघ्र कार्रवाई हो उनके समक्ष जान जाने का खतरा बना है.1. नाका नंबर एक से उतर के निवासी मुकेश कुमार सिंह कहते हैं कि सड़क पर सब्जी बेचने की स्थिति काफी खतरनाक है पूर्व में भीड़ के कारण ट्रक से कुचलकर कल्पा निवासी अशोक सिंह की मौत हो गयी थी. उसी गांव के दिलीप सिंह आज भी विकलांग होकर लाचार बैठे हैं. अभी जो विकट स्थिति है संभव है कि किसी की जान जा सकती है जिसका कारण होगा एनएच पर सब्जी बेचना .2 वार्ड नंबर 9 स्टेशन के समीप के निवासी दिलीप जयसवाल रोज सब्जी खरीदने जाते हैं. ये कहते हैं कि यदि किसी वाहन का ब्रेक फेल हुआ तो एक साथ चली जायेगी कई लोगों की जान. इसलिए सुरक्षा के लिहाजन एनएच 83 से अवैध कारोबारियों को शीघ्र हटाया जाये.3. पूर्वी ऊंटा निवासी प्रमिला देवी बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद परेशान हैं. इनका कहना है कि मोहल्ले के कई लोग जिसमें बच्चे और महिलाएं अधिक रहतीं हैं उन्हें एक तो भीड़ से जुझना पड़ता है और उपर से सब्जी की खरीदारी करते वक्त गुजरने वाले वाहनों की और निगाहें टिकाये रहनी पड़ती है.4. अरवल मोड़ नलिन पथ के निवासी नीरज कुमार एनएच 110 और एनएच 83 का अवैध कब्जा कर सब्जी बेचने को अनुचित बताते हैं. इनका कहना है कि अरवल मोड़ पर एनएच 110 के उतरी छोर पर सब्जी कारोबारी काबिज रहते थे अब रोड के दक्षिण तरफ पर अतिक्रमण कर कारोबार करते हैं जो प्रशासन के लिए खुलेआम चुनौती है. इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार का कहना है कि आदत से लाचार विक्रेताओं के विरुद्ध शीघ्र कार्रवाई होगी. माइक से प्रचार करा अवैध दुकानें हटाने का निर्देश दिया गया है. नोटिस भी दी जा रही है सशस्त्र बलों की मांग की गयी है. चार दिनों के बाद व्यापक पैमाने पर अभियान चलाकर सभी क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया जायेगा.