जहानाबाद कोर्ट : यहां से प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्रा करने वाले यात्री एक-दो नहीं बल्कि कई बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं. अच्छा-खासा राजस्व देने वाले जहानाबाद कोर्ट हॉल्ट को जनहित के दृष्टिकोण से विकसित करने के लिए कई बार आवाज उठायी गयी लेकिन न तो रेल मंत्रालय और न ही दानापुर रेलमंडल के अधिकारियों की नजरें ही इस ओर गयी है.
हाल यह है कि यात्री कई असुविधाओं के बीच इस हॉल्ट से ट्रेन की सवारी कर रहे हैं. जहानाबाद . कोर्ट हॉल्ट के आस-पास कलेक्ट्रेट, सिविल कोर्ट,कोषागार , ब्लॉक, टाउन थाना सहित सरकार के विभिन्न कार्यालय संचालित हैं. इन कार्यालयों में काम करने वाले अधिकारी, कर्मचारियों के अलावा कोर्ट एरिया क्षेत्र के विभिन्न मोहल्ले में रहने वाले लोगों के अलावा व्यवसायी और गांवों के लोग इस हॉल्ट से गया- पटना जाने के लिए ट्रेन पकड़ते हैं .
जिन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. फुटओवर ब्रिज है ही नहीं : कोर्ट हॉल्ट पर दो प्लेटफॉर्म की व्यवस्था है. परन्तु ऊपरी पुल नहीं रहने से यात्रि अपनी जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन क्रॉस करते हैं. पटना की ओर जाने के लिए डाउन लाइन पर सवारी गाड़ी आती है फुटओवर ब्रिज नहीं रहने से लोग प्लेटफार्म नंबर एक से सीधे उतरते हैं रेलवे ट्रैक पर आशंकाओं के बीच ट्रैक पार करते हैं .
पेयजल व शौचालय की सुविधाएं नदारद:प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एक चापाकल कई दिनों से खराब हालत है. शौचालय नहीं रहने से खासकर महिला यात्रियों को काफी परेशानी होती है. ऐसा नहीं है कि राजस्व देने के मामले में जहानाबाद कोर्ट हॉल्ट पीछे है . जहानाबाद के बुकिंग सुपरवाइजर ने बताया कि प्रत्येक माह कोर्ट हॉल्ट से लगभग दो लाख रुपये राजस्व की प्राप्ति रेलवे को होती है.
पटना -गया रेलखंड में जितने भी हॉल्ट हैं उनमें राजस्व संग्रह के मामले में यह हॉल्ट अव्वल श्रेणी में रहता है. शेड का भी है टोटाप्लेटफॉर्म नंबर एक पर मात्र एक बड़ा शेड है . इसके अलावा दोनों प्लेटफॉर्म पर कुछ लिंटो शेड तो बनाये गए हैं लेकिन यह शेड यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर पर्याप्त नहीं है.
प्लेटफॉर्म की लंबाई और प्रतिदिन हजारों की संख्या में यहां आने वाले यात्रियों को देखते हुए दोनों प्लेटफॉर्म पर बड़े-बड़े शेड बनाने की जरूरत महसूस की जा रही है. ताकि गर्मी में तपिश और बरसात में बारिश से लोग सुरक्षित रह सकें. परिसर का प्रतिक्षालय बदहाल : कोर्ट हॉल्ट परिसर में बना वर्षो पुराना प्रतिक्षालय अपना वजूद पूरी तरह खो दिया है.
वहां यात्री जाते ही नहीं. कारण है जर्जर हालत वाले प्रतिक्षालय में विषैले जीव जन्तु का बसेरा है . इसके अलावा परिसर में रोशनी के प्रबंध नहीं रहने से शाम होते ही घुप्प अंधेरा छा जाता है. पोल में टंगे बल्ब खराब हालत में है. क्या कहते हैं यात्री :प्लेटफॉर्म नंबर एक की ऊंचाई कम रहने से ट्रेन पर सवार होने में कठिनाई होती है.
बुजुर्ग और महिला यात्री ज्यादा परेशान होते हैं. चूकी ट्रेनों का ठहराव काफी कम समय के लिए होता है .बिना सहारे के बुजुर्ग यात्री ट्रेन पर सवार होने में अक्षम महसूस करते हैं. : सत्येंद्र कुमार, कालीनगर मोहल्ला निवासीमहिला यात्रियों की सुविधा के लिए दोनों प्लेटफॉर्म पर प्रसाधन बनाने की आवश्यकता है. साथ ही पानी की व्यवस्था मुक्कमल होनी चाहिए.:
शिवरतन प्रसाद, शिक्षक प्रतिक्षालय का काया कल्प होना चाहिए ताकि गांवों से आने वाले यात्री वहां बैठकर ट्रेन के आगमन का इंतजार कर सकें. साथ ही परिसर में रोशनी की व्यवस्था सुढृढ़ होनी चाहिए ताकि रात में ट्रेन से उतर कर घर जाने में अपराधियों का भय नहीं रहे.
रविकांत,दैनिक यात्रीगांधी मैदान क्षेत्र के निवासी ललन कुमार जहानाबाद कोर्ट हॉल्ट पर टिकट काउंटर की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया है. इनका कहना है कि भीड़ रहने की वजह से कई यात्री लाचारी में बिना टिकट लिए ट्रेन में सवार होने पर विवश रहते हैं : ललन कुमार17 हॉल्ट हैं पीजी रेलखंड में 1- जहानाबाद कोर्ट 2- मई3- नेयाजीपुर4- नेर5-वाणावर6-बराबर7- ओर8-नेयामतपुर 9-कड़ौना10-सेवनन 11-तिनेरी12-छोटकी मसौढ़ी13- मसौढ़ी कोर्ट 14- नीमा15- जटडुमरी16- पुनपुन घाट17- रामगोविंद सिंह महुली