अवैध कब्जा हटाने की दी चेतावनी

जहानाबाद : विगत तीन साल से शहर में अतिक्रमण की समस्या विकराल हुई है. इसके पूर्व उन स्थानों पर अवैध कब्जा जमा बाजार पसार दिया जाता था जिससे राहगीरों और खरीदारों को परेशानी नहीं होती थी. उसी वक्त से नियंत्रण करने में बरती गयी प्रशासनिक उदासीनता का खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ रहा है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2015 8:02 PM

जहानाबाद : विगत तीन साल से शहर में अतिक्रमण की समस्या विकराल हुई है. इसके पूर्व उन स्थानों पर अवैध कब्जा जमा बाजार पसार दिया जाता था जिससे राहगीरों और खरीदारों को परेशानी नहीं होती थी. उसी वक्त से नियंत्रण करने में बरती गयी प्रशासनिक उदासीनता का खामियाजा अब लोगों को भुगतना पड़ रहा है.

नगर परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों की शिथिलता और उपेक्षा से स्थिति आज इस कदर गंभीर हो गयी है लोग अतिक्रमित स्थल के पास से गुजरने में यदि सावधानी और चौकसी नहीं बरतें तो उन्हें धोखा हो सकता है. वे हादसे के शिकार हो सकते हैं. जागा प्रशासन:खैर! देर आए लेकिन दुरुस्त आए.

कहा जा रहा है कि नगर परिषद अतिक्रमण हटाने के मामले में विलंब से कदम उठाने वाली है लेकिन अभियान ऐसा चले कि अतिक्रमणकारियों के द्वारा फिर से दुस्साहस नहीं किया जाए. फिलहाल शहर में लाउडस्पीकर से प्रचार कराया गया है और चेतावनी दी गयी है कि जिन-जिन लोगों ने एन एच और फुटपाथ पर अवैध कब्जा कर रखा है उसे वे चार दिनों के भीतर हटा लें वर्ना नगर परिषद अपने स्तर से कार्रवाई करेगी.

स्टेशन रोड की हालत है सबसे खराब: वैसे तो शहर के लगभग सभी प्रमुख नुक्कड़ों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है लेकिन सबसे खराब स्थिति है काको मोड़, स्टेशन के गेट से लेकर उंटा मोड़ तक की. एन एच 83 का बड़ा भाग कब्जे में कर सब्जी मंडी बसा दी गयी है तो फुटपाथ पर मटन, चिकेन, और मछली विक्रेताओं का साम्राज्य स्थापित है.

जहां इसकी गंदगी सड़क पर बदबू फैला रही है. लोग फुटपाथ पर ही नॉनवेज बनवाकर खोल देते हैं शराब की बोतल, जो सभी शहरवासियों के लिए चिंता का विषय बना है. इन सभी स्थितियों पर पूरी तरह से लगाम लगाने की मांग लोगों ने की है और कहा है कि इस मसले पर गरीब-अमीर का हवाला देकर किसी तरह राजनीति नहीं होनी चाहिए.

हां, सर्वे में अंकित दुकानदारों के लिए प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए. क्या कहते हैं अधिकारी:इसम मामले में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार सजग हुए हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल चार दिनों का समय दिया गया है. एसडीओ से मिलकर सशस्त्र बलों की मांग की जायेगी और सशस्त्र बल मिलते ही अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत स्टेशन रोड से की जाएगी.

अरवल मोड़ पर एन एच 83 और एन एच 110 को अतिक्रमण से मुक्त करा आमलोगों को हो रही परेशानी से निजात दिलायी जायेगी.

इन स्थानों पर बसे हैं अवैध बाजार:1 स्टेशन रोड 6 पीली कोठी 2 अरवल मोड़ 7 बत्तीस भंभारी 3 मलहचक मोड़ 8अस्पताल मोड़ 4 राजाबाजार 9 बस स्टैंड के समीप 5 सब्जी हाट मोड़ 10 शिवाजी पथ

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