राशन-किरासन कूपन के लिए टकटकी

जहानाबाद (सदर) : जिले की आपूर्ति विभाग पीडीएस दुकानों के जरिये हकदारों को हर माह नीयत समय पर राशन-किरासन देने का दावा कर रहा है.लेकिन इस योजना की जमीनी हकीकत कुछ और कहानी बयान कर रही है. अब भी हजारों लोग कूपन की कतार में हैं. वे सस्ते दर पर राशन-किरासन लेने के लिए मुख्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2015 9:09 PM

जहानाबाद (सदर) : जिले की आपूर्ति विभाग पीडीएस दुकानों के जरिये हकदारों को हर माह नीयत समय पर राशन-किरासन देने का दावा कर रहा है.लेकिन इस योजना की जमीनी हकीकत कुछ और कहानी बयान कर रही है. अब भी हजारों लोग कूपन की कतार में हैं. वे सस्ते दर पर राशन-किरासन लेने के लिए मुख्यालय से लेकर प्रखंड व विक्रेताओं का चक्कर काट रहे हैं. उन्हें न तो कूपन दिया जा रहा है, न ही लाभ मिलने का सही समय बताया जा रहा है.

कहा जा रहा है कि प्रशासनिक सख्ती और लगातार मॉनिटरिंग के चलते जिन उपभोक्ताओं को पहले पीडीएस से राशन -किरासन लेने के लिए परेशानी उठानी पड़ती थी. उन्हें अब आसानी से राशन -किरासन हर माह मिलने लगा है. पीडीएस विक्रेता के पास जितने लोगों का कूपन रहता है उन्हें 35 किलो अनाज उपलब्ध कराया जा रहा है. वर्तमान में सबसे बड़ी समस्या कूपन को लेकर हो रही है. जिन उपभोक्ताओं का कूपन रहता है,

उन्हें तो पीडीएस विक्रेता राशन -किरासन दे देता है. पर जिन लोगों का कूपन नहीं रहता है, वे पीडीएस दुकानदार के पास पहुंचकर असहज हो जाते हैं. बताया गया कि पीडीएस विक्रेता कूपन के आधार पर ही राशन -किरासन का उठाव करते हैं. ऐसे में जिन लोगों के पास कूपन नहीं है,

उन्हें राशन -किरासन देना संभव नहीं हो पाता. एमओ के पास रोज ऐसी शिकायतें पहुंच रही हैं. 482 पीडीएस दुकान के जिम्मे है जिले का भार वर्तमान समय में जिले में 482 पीडीएस दुकानें काम कर रही है जबकि जिले में 513 पीडीएस दुकानों का होना आवश्यक था. 23 पीडीएस दुकानदार लाइसेंस को एसडीओ ने विगत तीन साल के दौरान वितरण में अनियमितता के आरोप में रद्द कर दिया है.

प्रखंड पीडीएस दुकान की संख्याजहानाबाद ग्रामीण 56नगर पार्षद 61मखदुमपुर ग्रामीण 100नगर पंचायत 21घोसी 46मोदनगंज 36हुलासगंज 33काको 75रतनी-फरीदपुर 54दुकानें रद्द होने से बढ़ी परेशानी :किसी भी पीडीएस विक्रेता की दुकान को रद्द करने की प्रक्रिया भी आसान नहीं है. उपभोक्ताओ की शिकायत पर पीडीएस दुकान की पहले जांच करायी जाती है. उसके बाद पीडीएस विक्रेता को स्पष्टीकरण दिया जाता है.

स्पष्टीकरण का जबाव संतोषजनक नहीं रहने पर सुनवाई के पश्चात एसडीओ द्वारा पीडीएस दुकान की लाइसेंस रद्द कर दी जाती है. पीडीएस दुकानदार के लाइसेंस रद्द होने की स्थिति में अब अगल-बगल के पीडीएस दुकानदारों के बीच समानुपातिक ढंग से उपभोक्ताओं को टैग कर दिया जाता है. कहां करें शिकायत :अगर उपभोक्ताओं को पीडीएस विक्रेता से शिकायत है, तो पहले उसकी शिकायत प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से करें. उसके बाद एसडीओ से करें.

एसडीओ पीडीएस दुकान के अनुज्ञापन पदाधिकारी होते हैं तथा पीडीएस दुकान की मॉनिटरिंग भी वहीं करते हैं. वैसे उपभोक्ता पीडीएस दुकानदार की शिकायतें जिला आपूर्ति पदाधिकारी या फिर डीएम से भी कर सकते हैं. शिकायत मिलने पर इन्हीं पदाधिकारी द्वारा जांचोपरांत कार्रवाई की जाती है.

क्या कहते हैं अधिकारी :जिले में पीडीएस दुकान का सही ढंग से संचालन हो रहा है. सभी पीडीएस दुकानदार समय पर राशन -किरासन का उठाव कर रहे हैं तथा उपभोक्ताओं के बीच समय पर वितरण कर भी रहे हैं. मैं उसका मॉनिटरिंग करते रहता हूं. हां कूपन वितरण को लेकर कुछ परेशानियां हो रही है,शीघ्र ही उसका निदान होगा. नवल किशोर चौधरी, एसडीओ

Next Article

Exit mobile version