नहीं है किचेन, खुले में बनाया जाता है एमडीएम
नहीं है किचेन, खुले में बनाया जाता है एमडीएमहाल नवसृजित प्राथमिक विद्यालय विशुनपुर आंबेडकर नगर का रतनी (जहानाबाद) नवसृजित प्राथमिक विद्यालय विशुनपुर आंबेडकर नगर में किचेन नहीं है. किचेन नहीं रहने के कारण खुले आसमान के नीचे खाना बनाया जाता है. वहीं आये दिन बच्चों द्वारा चुल्हे को भी ध्वस्त कर दिया जाता है. जिससे […]
नहीं है किचेन, खुले में बनाया जाता है एमडीएमहाल नवसृजित प्राथमिक विद्यालय विशुनपुर आंबेडकर नगर का रतनी (जहानाबाद) नवसृजित प्राथमिक विद्यालय विशुनपुर आंबेडकर नगर में किचेन नहीं है. किचेन नहीं रहने के कारण खुले आसमान के नीचे खाना बनाया जाता है. वहीं आये दिन बच्चों द्वारा चुल्हे को भी ध्वस्त कर दिया जाता है. जिससे रसोइया को भी खाना बनाने में परेशानी होती है. इन परेशािनयों के बावजूद उक्त स्कूल में अब तक किचेन का निर्माण नही कराया गया है. इतना ही नहीं इस विद्यालय में एक सौ दो बच्चे नामांकित हैं. इनको पढ़ाने का जिम्मा प्रधानाध्यापिका सहित दो शिक्षकों के कंधे पर है. अगर प्रधानाध्यापिका कही मिटींग में गयीं तो फिर एक शिक्षक के सहारे ही वर्ग एक से पांच तक का संचालन किया जाता है. इस विद्यालय में एक चापाकल है वह भी कई दिनों से खराब पड़ा हुआ है. वहीं एक शौचालय मौजुद है जबकि दो शौचालय अर्धनिर्मित हैं., जिसके कारण बच्चों को परेशानी होती है. इस विद्यालय में चाहरदिवारी का भी अभाव है . प्रधानाध्यापिका सविता कुमारी ने बताया कि किचेन निर्माण के लिए कई बार विभाग को आवेदन दिया गया है लेकिन अब तक इस दिशा में कोई कारवाई नही हुई. वहीं चारदीवारी व चापाकल का भी अभाव है.