खाद्य सुरक्षा के 56 ,323 लाभुकों को नहीं मिल रहा अनाज

खाद्य सुरक्षा के 56 ,323 लाभुकों को नहीं मिल रहा अनाज 73,859 कार्डों का हुआ था वितरण कुर्था (अरवल). स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत चयनित लाभुकों के बीच पिछले कई महीनों से खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है .परन्तु पिछले अक्तूबर माह से जिले भर के 56,383 लाभुकों का आवंटन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2015 10:14 PM

खाद्य सुरक्षा के 56 ,323 लाभुकों को नहीं मिल रहा अनाज 73,859 कार्डों का हुआ था वितरण कुर्था (अरवल). स्थानीय प्रखंड क्षेत्र में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के तहत चयनित लाभुकों के बीच पिछले कई महीनों से खाद्यान्न वितरण किया जा रहा है .परन्तु पिछले अक्तूबर माह से जिले भर के 56,383 लाभुकों का आवंटन काट दिये जाने की पदाधिकारियों की कार्रवाई से जहां डीलरों में बेचैनी है .वहीं दूसरी तरफ उपभोक्ता भी परेशान नजर आ रहे हैं. कुछ जन वितरण प्रणाली विक्रेता तो इसे तुगलकी फरमान बता रहे हैं. वहीं उपभोक्ताओं ने इस कार्रवाई को गरीब विरोधी बताया तथा कहा कि जब राज्य सरकार को आवंटन में कटौती ही करनी थी तो कार्ड का वितरण क्यों करवाया. साथ ही लोगों ने कहा कि कार्ड वितरण के बाद कुछ माह आपूर्ति भी की गयी थी लेकिन अब ऐसा क्या मजबूरी आ गयी ओ अचानक वितरण बंद किया गया. उपभोक्ताओं ने कहा कि इसे कतई बरदाश्त नहीं किया जायेगा . सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करेें .आपूर्ति विभाग अरवल द्वारा प्राप्त जिले के आंकड़े पर गौर किया जाये तो खा्द्य सुरक्षा योजना के तहत जिले भर में 73553 लोगों के बीच राशन कार्ड का वितरण किया जा चुका था. राज्य सरकार द्वारा 442244 लाभुकों में 385921 को ही खाद्यान्न दिया गया. इसमें 771842 क्विंटल गेहूं एवं 1157763 क्विंटल चावल का आवंटन किया गया. इन आंकड़ों पर गौर किया जाये तो जिले भर के 56323 लाभुकों का आवंटन काट दिया गया. अब इन लोगों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा का लाभ नहीं मिल रहा है. प्रखंडों के आंकड़ो पर नजर डाला जाये तो कलेर प्रखंड में 13,431 कार्डों का वितरण किया गया था . जिसमें 81,972 लोगोें को लाभ मिल रहा है. अब यह आंकड़ा 71,532 हो गया. यानि इस प्रखंंड में भी 68,541 लोग लाभ से वंचित हो गये. करपी प्रखंड में 21,091 कार्डों का वितरण किया गया .जिसमें 1,20,096 लाभुक थे . अब 1,04,801 लोगों को ही खाद्य मिल रहा .यहां भी 15,295 लोगों खाद्यान्न से वंंचित हो गये. कुर्था प्रखंड में 13,996 लोगों के बीच कार्डों का वितरण किया गया .जिसमें कुल लाभुकों की संख्या 81,508 थी. इसमें अब 71,128 लोगों को ही इस योजना का लाभ मिल रहा है. यहां भी 10380 लोगों को इस योजना से वंचित होना पड़ा. सोनभद्र वंशी सूर्यपुर प्रखंड 8405 कार्डों का वितरण किया गया. जिसमें 50579 लोगों को लाभ मिल रहा था. जो घटकर 44137 पर सिमट कर रह गया. यहां भी 6442 लोगों को खाद्यान्न से वंचित होना पड़ा. अरवल प्रखंड पूर्व में 11129 लोगों के बीच कार्ड का वितरण किया गया था. जिसमें 71358 परिवार लाभान्वित थे. वर्त्तमान में यह आंकड़ा घटकर 62270 पहुंच गया यानि यहां भी 9088 लोग लाभ से वंचित रह गये. अरवल नगर परिषद इलाके में कार्ड का वितरण किया गया था. जिसमें 36731 व्यक्तियों को लाभ मिला परन्तु विगत अक्तूबर माह से 4678 लोगों को लाभ नहीं मिलेगा. सबसे चौंकाने वाली तो यह है कि पदाधिकारियों द्वारा प्राप्त आवंटन के आलोक में खाद्यान्न की कटौती की गयी थी. तथा जन वितरण विक्रेताओं को आदेश दिया गया था कि अपात्र लोगों के बीच खाद्यान्न का वितरण नहीं करना है. वितरण करने पर आपलोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी परन्तु डीलरों द्वारा अपात्र लोगों को चिन्हित करने से उपभोक्ताओं का गुस्से का शिकार अब तक होना पड़ रहा है. हालांकि इस मामले पर अरवल के तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा बताया गया था कि पत्रांक 369 दिनांक 19.09.2014 एवं पत्रांक 413 दिनांक 20.10.2014 के द्वारा बिहार सरकार के प्रधान सचिव व खाद्य एवं उपभोक्ताओं संरक्षण विभाग से आवंटन की मांग की गयी है. आवंटन दिये जाने के बाद सभी लाभुकों को खाद्यान्न दिया जायेगा. आखिर सवाल यह उठता है गरीब वर्ग के लोग जिनका आवंटन बंद हुए वर्षों बीत गये परन्तु अब तक लोगों को लाभ से वंचित ही रखा जा रहा है आखिर कब तक आवंटन बढ़ेंगे और लाभुकों को खाद्यान्न का लाभ मिलेगा फिलहाल यह यक्ष प्रश्न बना है.

Next Article

Exit mobile version