कपड़ा व्यवसायियों ने बंद रखीं दुकानें

जहानाबाद नगर : कपड़ा पर बिहार सरकार द्वारा लगाये गये नये टैक्स के खिलाफ वस्त्र व्यवसायी संघ द्वारा आंदोलन आरंभ किया गया है. वस्त्र व्यवसायियों ने शुक्रवार से अपनी प्रतिष्ठानें बंद कर अरवल मोड़ पर धरना दिया. धरना दे रहे व्यवसायियों को कहना था कि बिहार सरकार द्वारा कपड़े पर नया वैट टैक्स लगाया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2016 8:07 AM
जहानाबाद नगर : कपड़ा पर बिहार सरकार द्वारा लगाये गये नये टैक्स के खिलाफ वस्त्र व्यवसायी संघ द्वारा आंदोलन आरंभ किया गया है. वस्त्र व्यवसायियों ने शुक्रवार से अपनी प्रतिष्ठानें बंद कर अरवल मोड़ पर धरना दिया. धरना दे रहे व्यवसायियों को कहना था कि बिहार सरकार द्वारा कपड़े पर नया वैट टैक्स लगाया गया है. वस्त्र व्यापार में बिक्री कर लगाना, वस्त्र व्यापार में लगे स्वनियोजित व्यापारियों के उपर शासन की संघातिक आघात के सिवा और कुछ नहीं है.
बिहार के इर्द -गीर्द के किसी भी राज्य में वैट नहीं है ऐसे में सरकार अपनी आर्थिक विफलता से निबटने के लिए वस्त्र व्यापारियों को निशाना बना रही है.लेकिन यह कहीं से भी लोकधर्म के अनुकूल नहीं है. धरना की अध्यक्षता करते हुए वस्त्र व्यवसायी संघ के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि यह वस्त्र व्यापारियों पर अत्याचार और दमन है. बिहार के बगल के राज्यों में टैक्स नहीं होने के कारण यहां के ग्राहक खरीदारी के लिए बगल के राज्यों में पलायन करेंगे जिससे यहां का व्यापार प्रभावित होगा तथा बेरोजगारी की स्थिति उत्पन्न होगी.
उनका कहना था की जीएसटी शीघ्र आने की आशा है. ऐसे में बिहार में इस प्रकार के नये टैक्स लगाना व्यापारियों को परेशान करना है. जब तक सरकार द्वारा लगाये गये नये टैक्स को वापस नहीं लिया जाता, तब तक इस दमनकारी नीतियों का पुरजार विरोध किया जायेगा. इधर कपड़ा दुकानें बंद रहने के कारण लोगों को परेशानी झेलना पड़ी. विशेष रूप से वैसे लोगों को जिनके घरों में शादी -ब्याह का आयोजन है उन्हें कपड़े के लिए भटकना पड़ा.
वैट के विरोध में कपड़ा व्यवसायियों ने बंद रखी दुकानें
काको : राज्य सरकार के द्वारा कपड़े पर 5 प्रतिशत वैट शुल्क लगाने के विरोध में कपड़ा व्यवसायियों ने अपनी -अपनी दुकानें बंद रखी. बिहार टेक्सटाइल चेंबर ऑफ कॉमर्स के आह्वान पर 72 घंटे का बंद कर उनके समर्थन में उतरे व्यवसायीयों ने कहा कि कपड़ा व्यवसाय पर अतिरिक्त टैक्स लगाकर सरकार व्यवसायियों को परेशान कर रही है. कपड़े पर अतिरिक्त टैक्स लगाने से कपड़ा महंगा हो जायेगा. जिससे कपड़ा के व्यवसाय पर बुरा असर पड़ेगा.
ग्राहक तथा दुकानदारों के बीच नोक-झोंक बढे़गी. इस दौरान शहर के कपड़ा व्यवसायी विनोद अग्रवाल, सुरेंद्र अग्रवाल, रतनेश अग्रवाल, सुनील कुमार, सहित सभी कपड़ा व्यवसायियों ने अपनी -अपनी दुकानें बंद कर सरकार के निर्णय के खिलाफ आवाज बुलंद की .

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