पुलिस ने पेश की ईमानदारी की मिसाल

फाइनांस कंपनी के 3.31 लाख रुपये लौटाये जहानाबाद : वर्तमान अर्थ युग में रुपये हासिल करने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. मेहनतकश अपनी ड्यूटी कर रुपये कमाते हैं, तो कई लोग ऐसे हैं जो पैसे के लिए गलत रास्ता अख्तियार करते हैं. चोरी, डकैती, छिनतई, जालसाजी और ठगी जैसे घृणित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 16, 2016 4:11 AM

फाइनांस कंपनी के 3.31 लाख रुपये लौटाये

जहानाबाद : वर्तमान अर्थ युग में रुपये हासिल करने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाये जा रहे हैं. मेहनतकश अपनी ड्यूटी कर रुपये कमाते हैं, तो कई लोग ऐसे हैं जो पैसे के लिए गलत रास्ता अख्तियार करते हैं. चोरी, डकैती, छिनतई, जालसाजी और ठगी जैसे घृणित काम पर उतर जाते हैं. लेकिन, इन सबों से इतर जहानाबाद में एक पुलिस पदाधिकारी ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए संदेश दिया है कि रुपये ही सब कुछ नहीं होता, बल्कि सबसे बड़ा होता है ईमान. मंगलवार को यहां ईमानदारी की मिसाल पेश की है एक सब इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह ने.
जहानाबाद पुलिस ऑफिस (एसपी कार्यालय) की विधि शाखा के प्रभारी हैं उक्त एसआइ. हुआ यह कि उक्त पुलिस पदाधिकारी के व्यक्तिगत बैंक अकाउंट में तीन लाख 31 हजार पांच सौ रुपये जमा हो गये. इतनी बड़ी राशि जमा होने के मैसेज मोबाइल फोन पर आने के बाद वे हैरत में पड़ गये और इसकी सूचना देने पहुंच गये एसबीआइ की शाखा में. जानकारी पाकर बैंक के शाखा प्रबंधक ने जांच में पाया कि फाइनांस कंपनी उज्जीवन फिनांस सर्विस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की राशि गलती से उनके (पुलिस पदाधिकारी) खाते में जमा हो गयी.
जांच प्रक्रिया पूरी कर चंद्रशेखर सिंह के अनुरोध पर उक्त राशि फाइनांस कंपनी के खाते में ट्रांसफर कर दी गयी. इतना कर पुलिस पदाधिकारी तो अपने को गौरवान्वित महसूस कर ही रहे हैं, फिनांस कंपनी और बैंक कर्मी के अलावा जिन्होंने नजदीक से यह मामला जाना वो ईमानदारी के लिए चंद्रशेखर सिंह को धन्यवाद दे रहे हैं. उनकी प्रशंसा कर कह रहे हैं, वाह क्या बात है. ईमानदारी जिंदाबाद.

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