तीखी धूप से जल रहा शरीर, बच्चों को परेशानी
अब आंधी-पानी दे सकता है दस्तक जहानाबाद : मौसम तेजी से बदला है. तीखी धूप से बदन झुलस रहा है़ स्कूल से घर लौटने वाले बच्चे परेशान हैं़ कई स्कूल माॅर्निंग नहीं हुए हैं़ चिलचिलाती धूप में बच्चे घर लौटने को मजबूर हैं़ चैत में जेठ का एहसास हो रहा है. बुधवार को 40.5 डिग्री […]
अब आंधी-पानी दे सकता है दस्तक
जहानाबाद : मौसम तेजी से बदला है. तीखी धूप से बदन झुलस रहा है़ स्कूल से घर लौटने वाले बच्चे परेशान हैं़ कई स्कूल माॅर्निंग नहीं हुए हैं़ चिलचिलाती धूप में बच्चे घर लौटने को मजबूर हैं़ चैत में जेठ का एहसास हो रहा है. बुधवार को 40.5 डिग्री सेल्सियस रहा़ पूरे दिन सड़कों पर कर्फ्यू-सा नजारा रहा. मौसम विभाग का मानना है कि तापमान बढ़ने से आंधी-पानी भी दस्तक दे सकता है. पड़ रही गरमी चैत में जेठ का एहसास करा रही है़ दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है़ शरीर झुलसा देनेवाली गरमी में महिलाएं छाता के सहारे घर से बाहर निकल रही हैं़
पछिया हवा ने झुलसाया तन-मन : दोपहर तक बादलों की आवाजाही के कारण कभी-कभी सूरज को रोकने का प्रयास किया, लेकिन दहकते सूरज को पछिया हवा का साथ मिला और तन-मन झुलसने लगा. पछिया हवा के कारण सबसे अधिक परेशानी राहगीरों को हुई. जिन्हें साइकिल या बाइक से आना-जाना पड़ा उन्हें गरमी का सबसे अधिक एहसास हुआ.
धूप झुलसानेवाली ही महसूस होगी : मौसम वैज्ञानिक की मानें, तो अधिकतम तापमान में पिछले वर्ष की तुलना में चार से आठ डिग्री का अंतर है. दोपहर में समय यदि आप सड़क पर निकालेंगे तो धूप झुलसाने वाली ही महसूस होगी. यह सब अमूमन मई के आखिरी सप्ताह से जून तक दिखता है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें, तो मौसम में काफी हद तक परिवर्तन आया है. इसके पीछे वायु, प्रदूषण और पेड़ की कटान को बड़ा कारण माना गया है.