आग बरसा रहा आसमान, जीना हुआ मुहाल

जहानाबाद (नगर) : जिले में पिछले कई दिनों से आसमान से आग की बारिश हो रही है. सुबह होते ही सूर्य की तीखी किरणें रौद्र रूप धारण कर लेती हैं. नतीजा दस बजते-बजते सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. तापमान में लगातार हो रही वृद्धि से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. सोमवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2016 2:49 AM

जहानाबाद (नगर) : जिले में पिछले कई दिनों से आसमान से आग की बारिश हो रही है. सुबह होते ही सूर्य की तीखी किरणें रौद्र रूप धारण कर लेती हैं. नतीजा दस बजते-बजते सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है. तापमान में लगातार हो रही वृद्धि से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. सोमवार को तापमान 41.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. झुलसन भरी तेज पछुआ हवा के थपेड़ों ने जल जीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है.

मानव के साथ-साथ पशु-पक्षी भी गरम हवाओं के थपेड़ों से बचने के लिए पेड़ों की छांव का सहारा ले रहे हैं. सोमवार को जिले का तापमान अधिक रहने के कारण लोगों का हाल बेहाल रहा. आग उगलती सूर्य की किरणों ने लोगों को घरों में दुबके रहने पर मजबूर कर दिया. हालांकि बिजली की कटौती के कारण एसी, कूलर भी फेल रहे और लोग पूरे दिन गरमी से परेशान रहे. तापमान में लगातार बढ़ोतरी तथा तेज पछुआ हवा से सावधान रहने की आवश्यकता है. इस मौसम में लू लगने तथा डिहाइड्रेशन की बीमारी आम हो गयी है. लू से परेशान मरीजों की संख्या बढ़ रही है.

चिकित्सक की मानें, तो गरमी से बचने के लिए पूरे शरीर को ढक कर घरों से बाहर निकलें. पानी का भरपूर प्रयोग करें, ताकि शरीर में पानी की कमी न हो. नमकीन पानी का प्रयोग करें. जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें. इस मौसम में सनस्ट्रोक, लूज मोसन, फूड प्वाइजनिंग की शिकायतें आम हो जाती हैं.

इससे बचने के लिए शरीर में पानी की मात्रा हमेशा अधिक रखें. गरमी से बचने के लिए लोग मौसमी फलों का सहारा ले रहे हैं. इन दिनों तरबूज तथा खीरे की बिक्री बढ़ गयी है. इसके साथ ही ईख का रस तथा मौसमी की जूस भी लोग पसंद कर रहे हैं. गरमी के कारण सूख रहे गले को तर करने के लिए लोग मौसमी फलों का सहारा ले रहे हैं. वहीं शीतल पेय की मांग भी बढ़ता जा रही है.

शीतल पेय के साथ ही लोग लस्सी पीना ज्यादा पसंद कर रहे हैं.

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