मवेशी ऋण में लाखों का घोटाला, दी आधी राशि

जहानाबाद : सदर प्रखंड जहानाबाद के सदासीचक महादलित टोले के 18 लोगों के नाम पर दुधारू पशु खरीदने के लिए स्वीकृत ऋण की राशि में घोटाला पकड़ा गया है. सेल्फ हेल्प ग्रुप, मध्य बिहार ग्रामीण बैंक किनारी, पशु चिकित्सक और विचौलियों की मिलीभगत से करीब पौने चार लाख रुपये की गड़वड़ी का खुलासा हुआ है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 2, 2016 7:11 AM
जहानाबाद : सदर प्रखंड जहानाबाद के सदासीचक महादलित टोले के 18 लोगों के नाम पर दुधारू पशु खरीदने के लिए स्वीकृत ऋण की राशि में घोटाला पकड़ा गया है. सेल्फ हेल्प ग्रुप, मध्य बिहार ग्रामीण बैंक किनारी, पशु चिकित्सक और विचौलियों की
मिलीभगत से करीब पौने चार लाख रुपये की गड़वड़ी का खुलासा हुआ है. इस सिलसिले में जहानाबाद मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय अधिकारी मो एजाज असगर ने नगर थाने में एफआइआर दर्ज करायी है. सदासीचक के 18 ग्रामीणों की लिखित शिकायत पर एसडीओ ने मामले की जांच की थी. लाभुकों के घर पर किये गये भौतिक सत्यापन में किसी के पास पशु नहीं पाया गया.
पशु विक्रेता के बजाय लाभुकों को दी गयी राशि
ग्रामीणों की शिकायत के आलोक में जब एसडीओ ने मामले की जांच की तो कई अनियमितता पायी गयी. नकद राशि पशु विक्रेता को मिलनी चाहिए थी जबकि राशि लाभुकों को दे दी गयी. जांच में खुलासा हुआ कि प्रति ऋणधारी 44951 रुपये की स्वीकृत की गयी थी.
जबकि लाभुक को मात्र साढ़े तेइस से चौबीस हजार रुपये तक ही दिये गये. जांच रिपोर्ट के अनुसार लाभुकों को उक्त लोन की राशि पशु खरीदने के लिए स्वीकृत की गयी थी परंतु पशु न खरीदकर विचौलियों के माध्यम से नकद राशि का भुगतान लिया गया जिससे उक्त ऋण की राशि की वसूली दुर्लभ प्रतीत होती है. प्राथमिकी के सूचक बैंक अधिकारी मो एजाज असगर ने स्पष्ट किया है कि इसमें सेल्फ हेल्प ग्रुप (एनजीओ), मध्य बिहार ग्रामीण बैंक किनारी के शाखा प्रबंधक और पशु चिकित्सक सहित विचौलियों की संलिप्त्ता है.

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