सीसीटीवी में कैद है जालसाजों की कारस्तानी

चार उचक्कों ने घेर रखा था वृद्ध को रामभरोसे चल रही है मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की 31 शाखाएं सुरक्षा के नाम पर निजी सिक्यूरिटी गार्ड तक की व्यवस्था नहीं जहानाबाद : गुरुवार को पूर्वाह्न करीब सवा ग्यारह बजे शहर के अांबेडकर चौक के समीप संचालित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक (एमबीजीबी) जहानाबाद शाखा में वृद्ध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2016 6:26 AM

चार उचक्कों ने घेर रखा था वृद्ध को

रामभरोसे चल रही है मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की 31 शाखाएं
सुरक्षा के नाम पर निजी सिक्यूरिटी गार्ड तक की व्यवस्था नहीं
जहानाबाद : गुरुवार को पूर्वाह्न करीब सवा ग्यारह बजे शहर के अांबेडकर चौक के समीप संचालित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक (एमबीजीबी) जहानाबाद शाखा में वृद्ध राजेंद्र सिंह के साथ जालसाजी कर उनके 1 लाख 91 हजार रुपये उड़ा लेने की अपराधियों की कारस्तानी बैंक में लगे सीसीटीवी में कैद है. वीडियो फुटेज से स्पष्ट होता है कि उचक्का गिरोह के चार सदस्यों ने वृद्ध के रुपये उड़ा लिये. एक उचक्का वृद्ध को अपने झांसे में लेकर उनके रुपये की गिनती कर रहा था
और जमा पर्ची भरने में सहायता करने का नाटक कर रहा था. तीन अन्य उचक्के आसपास में मंडरा रहे थे और उनकी हरकत को कोर्इ दूसरा देख रहा है कि नहीं इस पर निगरानी कर रहा था. करीब 20 मिनट तक उचक्के वृद्ध को विश्वास में लेकर उन्हें झांसा देते रहे .पैसा गिनते-गिनते बीच-बीच में तीन बार उचक्का गमछे के सहारे रुपये पास खड़े अपने साथी को दे रहा था. एक उचक्का बैंक के मेन गेट से लेकर अंदर तक बार-बार आवाजाही कर रहा था. अपने मनसूबे में सफल होने के बाद चारों जालसाज बारी-बारी से बैंक से निकल गये .
31 शाखाओं में एक भी सुरक्षा प्रहरी नहीं
जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की 31 शाखाएं हैं. लेकिन किसी भी शाखा में सुरक्षा के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं है. न तो पुलिस की व्यवस्था है और न ही प्राइवेट सिक्युरिटी गार्ड की. जहानाबाद शाखा के प्रबंधक बताते हैं कि सभी 31 शाखाओं में सीसीटीवी लगे हैं लेकिन सुरक्षा गार्ड नहीं है. उन्होंने जहानाबाद शाखा के संदर्भ में बताया कि बीच-बीच में मोबाइल फोर्स आती है और मुआयना कर चली जाती है. पूरा दिन बैंक में कामकाज रामभरोसे संचालित रहता है.
एटीएम में भी सक्रिय रहते हैं अपराधी
शहर के बैकिंग व ननबैकिंग संस्थानों के अलावा विभिन्न एटीएम के अंदर और बाहर भी अपराधियों का गिरोह सक्रिय है. विगत दो महीने के भीतर कम से कम आठ ऐसी घटनाएं हुई हैं जिसमें जालसाजों ने भोले-भाले लेागों को निशाना बनाया और उनका एटीएम कार्ड बदलकर उनके खाते से रुपये की निकासी कर ली.
इस तरह का अपराध करने वाले जालसाज खासकर महिलाओं और वृद्धों को टारगेट करते हैं. सहायता करने के नाम पर उनका पिन जान लेता है और धोखे से उनके एटीएम कार्ड बदल देता है. बाद में वास्तविक खाताधारक को मोबाइल फोन पर रुपये निकासी कर लिये जाने का मैसेज आता है.
हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं घटी हैं. आधे दर्जन से अधिक मामले
नगर थाने में दर्ज कराये जा चुके हैं. जरूरत है इस तरह का अपराध करने वाले गिरोह के लोगों को चिह्नित कर पकड़ने की .

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