जमीन बिक्री के नाम पर 18 लाख रुपये की ठगी
जहानाबाद : जमीन की खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों के गिरोह ने एक व्यक्ति के साथ जालसाजी कर उनसे 18 लाख रुपये हड़प लिये. इस संबंध में शहर के मेन सब्जी बाजार बक्सा गली मुहल्ले के निवासी मो. सादिक ने अपने साथ हुई ठगी के सिलसिले में तीन नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध नगर थाने में प्राथमिकी […]
जहानाबाद : जमीन की खरीद-फरोख्त करने वाले लोगों के गिरोह ने एक व्यक्ति के साथ जालसाजी कर उनसे 18 लाख रुपये हड़प लिये. इस संबंध में शहर के मेन सब्जी बाजार बक्सा गली मुहल्ले के निवासी मो. सादिक ने अपने साथ हुई ठगी के सिलसिले में तीन नामजद अभियुक्तों के विरुद्ध नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि अभियुक्तों ने साजिश कर उन्हें धोखे में रखकर सरकारी गैर-मजरूआ जमीन दिखायी और 18 लाख रुपये हड़प लिया.
एफआइआर में सूचक मो. सादिक ने आरोप लगाया है कि मखदुमपुर थाना क्षेत्र के मकरपुर टोला हरनीटांड गांव का मूल निवासी अबुल खैर अपनी जमीन बेचने का प्रस्ताव लेकर आया था. जहानाबाद में मौजा मकरपुर अवस्थित खाता नंबर 323/199 प्लॉट नंबर 3178/1908 की एक एकड़ जमीन उसने अपनी निजी संपत्ति बतायी थी. 19 लाख में जमीन खरीदने की बात हुई थी. दो लाख रुपये 15 अप्रैल 2014 को उसने अबुल खैर को दिया था.
उस समय किये गये एकरारनामे पर उड़ीसा में रहने वाले अबुल खैर के दामाद मो. सगीर और बारा काको निवासी महबूब जाबरी ने अपनी गवाही बनायी थी जो जमीन की दलाली भी करता है. एफआइआर में सूचक ने उल्लेख किया है कि विभिन्न तारीखों में उन्होंने 18 लाख रुपये दिये थे. 31 जुलाई 2016 को रजिस्ट्री कराने की तिथि निर्धारित की गयी. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब सूचक रजिस्ट्री के लिए एक वसिका नवीस से मिले और रजिस्ट्री कार्यालय में पता लगाया तब उन्हें पता चला कि उक्त जमीन खरीद-बिक्री योग्य नहीं है.
जमीन सरकारी निकली. सूचक का कहना है कि उक्त तीनों अभियुक्तों ने धोखाधड़ी के तहत सरकारी गैरमजरूआ जमीन की बातचीत की और उनके 18 लाख रुपये ठग लिये. साथ ही पैसा वापस करने से भी मुकर गये. थाने में मामला दर्ज कर पुलिस अग्रेतर कार्रवाई कर रही है.