राजग गंठबंधन बन गयी है घोषणाओं की सरकार

जहानाबाद : जिले के बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन एवं खेतिहर मजदूर यूनियन ने शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल को पुरजोर समर्थन किया है. पूर्व आयोजित हड़ताल को सफल बनाने को लेकर संयुक्त सेंट्रल ट्रेड यूनियन के जिला शाखा ने विभिन्न प्रखंडों में व्यापक प्रचार अभियान चला कई जगहों पर नुक्कड़ सभा की. बारह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 2, 2016 4:32 AM

जहानाबाद : जिले के बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन एवं खेतिहर मजदूर यूनियन ने शुक्रवार को आयोजित राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल को पुरजोर समर्थन किया है. पूर्व आयोजित हड़ताल को सफल बनाने को लेकर संयुक्त सेंट्रल ट्रेड यूनियन के जिला शाखा ने विभिन्न प्रखंडों में व्यापक प्रचार अभियान चला कई जगहों पर नुक्कड़ सभा की. बारह सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल की सफलता को लेकर आयोजित नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुये कां नेता शिव शंकर प्रसाद ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजग गंठबंधन की सरकार मीडिया के जरिए घोषणा की सरकार बन गयी है.

सरकार द्वारा किये गये चुनावी घोषणा के तरह जुमलेबाजी साबित हो रही है. उनके कथनी और करनी में काफी फर्क दिख रहा है. सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली सरकार गरीबों के उपेक्षा कर कॉरपरेट घराने के हित में कार्य कर रही है. खाने पीने के वस्तु की महंगाई लगातार बढ़ रही है. सरकार ने शुरुआत से ही बहाली पर रोक लगा दी है, जिससे बेरोजगारी की समस्या बढ़ती जा रही है. किसान अपनी उपज औने-पैाने दाम पर बेचने को विवश हैं.

उन्हीं उत्पादों के बाजार में आते ही उपभोक्ता मूल्य में कई गुणा वृद्धि हो जाती है. मोदी सरकार रक्षा, रेल, बैंक, बीमा एवं पेंशन में सौ प्रतिशत एफडीआई की घोषणा कर विदेशी ताकतों को गुप्त रूप से समझौता कर आम आवाम को संकट में डालने का कम किया है. इधर देश व्यापी हड़ताल को बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन ने भी समर्थन किया है. वहीं जिले के भारत की कम्युनिष्ट पार्टी ने केंद्र के मोदी सरकार पर मजदूर विरोधी नीति को खिलाफ आयोजित हड़ताल के पक्ष में समर्थन करने की बात कही है. अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा के नेता निवास शर्मा ने बताया है कि हड़ताल के पक्ष में पार्टी के कार्यकर्ता जुलूस निकाल सभा करेगी. उन्होंने कहा है कि ट्रेड यूनियन के अधिकारों में कटौती बढ़ती महंगाई, सामाजिक उत्पीड़न, सांप्रदायिक उन्माद, कॉरपोरेट की लूट की छूट ने मजदूरों को हड़ताल पर जाने को मजबूर किया है.

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