महामारी से निबटने के लिए नप तैयार
जहानाबाद : प्राकृतिक आपदा बाढ़ से लोग अभी पूरी तरह उबर भी नहीं पाये हैं कि शहरवासियों के अलावा कुछ गांव के लोगों के समक्ष एक नइ और गंभीर समस्या उभर गयी है. वह समस्या है महामारी फैलने की आशंका. शहरी क्षेत्र के जिन इलाकों से बाढ़ का पानी कमा है उन इलाकों में महामारी […]
जहानाबाद : प्राकृतिक आपदा बाढ़ से लोग अभी पूरी तरह उबर भी नहीं पाये हैं कि शहरवासियों के अलावा कुछ गांव के लोगों के समक्ष एक नइ और गंभीर समस्या उभर गयी है. वह समस्या है महामारी फैलने की आशंका. शहरी क्षेत्र के जिन इलाकों से बाढ़ का पानी कमा है उन इलाकों में महामारी फैलने की ज्यादा संभावना है ऐसे इलाकों में बदबू फैलने लगी है.
इसके अलावा शहर के विभिन्न मुहल्लों में गंदे पानी की निकास की समूचित व्यवस्था नहीं रहने से गंदगी है. बरसात के इस मौसम में मुहल्ले के लोगों को संक्रामक बिमारियों का प्रकोप होने की चिंता सता रही है. हालांकि उक्त संभावनाओं के मद्देनजर नगर परिषद प्रशासन पूरी तरह मुश्तैद है. बीमारी नहीं फैले इसे लेकर सोमवार से शहर के विभिन्न स्थानों पर सफाई अभियान चलाकर वहां रोग निरोधक दवा का छिड़काव करने की नगर परिषद की योजना है. बता दें कि इस शहर से गुजरने वाली दरधा और यमुनईया नदी में बाढ़ आ जाने से कुछ मुहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया था. शहर के जाफरगंज, अम्बेदकर नगर, देवरिया,सहित नदी के तटीय इलाके में रहने वाले लोग बाढ से प्रभावित हुये हैं.
उक्त मुहल्लों से बाढ़ का पानी निकला तो जरूर लेकिन अब वहां गंदगी रहने से सड़ांध फैल रही है.साथ ही साथ जहां तहां जमे पानी में मच्छरों का प्रकोप हो गया है. जिससे लोगों की सेहत पर असर पड़ने की प्रबल संभावना है. यदि अतिशीघ्र इसपर नियंत्रण करने हेतु कार्रवाई नहीं की गयी तो महामारी फैल सकती है. साथ ही गंदे पानी का निकास की व्यवस्था नहीं रहने से शहर के कई मुहल्लों में गंदगी बजबजा रही है. जो संक्रामक बिमारियों के फैलने का कारण हो सकती है.
प्रभावित हो जाता है पेयजल, बढ़ जाती है पेट की बीमारी : बाढ़ आने पर वाटर का सोर्स प्रभावित हो जाता है. बाढ़ का पानी अपने साथ गंदगी भी लेकर आती है और जिस इलाके के घरों में बाढ़ का पानी घुसता है वहां वायरल इंफेक्शन, कै-दस्त, टायफायड फैलने की ज्यादा संभावना रहती है.
चुकि गंदगी से टायफायड के कीड़े बढ़ जाते है. सफाई के अभाव में अन्य तरह की महामारी फैलने की आशंका रहती है. कॉमन रूप से कै-दस्त और पेट की बीमारी ज्यादा बढ जाती है. यदि व्यक्ति सजग नहीं रहे तो वे बीमारी की चपेट में आ सकते हैं. ऐसी स्थिति में लोगों को कई तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए. उन्हें खासकर खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. होटल के खाना पानी से बचना चाहिए. मिठाइयों का सेवन भी सोच समझकर करना चाहिए.