एसडीओ, एसडीपीओ व बीडीओ पर एफआइआर
कोर्ट के आदेश पर नगर थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी सदर सर्किल इंस्पेक्टर को दी गयी अनुसंधान की जिम्मेवारी जहानाबाद : सदर प्रखंड जहानाबाद में प्रखंड विकास पदाधिकारी नौशाद आलम सिद्दीकी और नौरू पंचायत के मुखिया राजद नेता नागेंद्र कुमार उर्फ छोटन यादव के बीच विवाद के मामले में तीन अफसरों पर एफआइआर दर्ज की […]
कोर्ट के आदेश पर नगर थाने में दर्ज हुई प्राथमिकी
सदर सर्किल इंस्पेक्टर को दी गयी अनुसंधान की जिम्मेवारी
जहानाबाद : सदर प्रखंड जहानाबाद में प्रखंड विकास पदाधिकारी नौशाद आलम सिद्दीकी और नौरू पंचायत के मुखिया राजद नेता नागेंद्र कुमार उर्फ छोटन यादव के बीच विवाद के मामले में तीन अफसरों पर एफआइआर दर्ज की गयी है. मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के आदेश पर नगर थाने में दर्ज प्राथमिकी में अनुमंडल पदाधिकारी डाॅ नवल किशोर चौधरी, एसडीपीओ असफाक अंसारी और जहानाबाद प्रखंड के बीडीओ नौशाद आलम सिद्दीकी को नामजद अभियुक्त बनाया गया है.
एसपी आदित्य कुमार ने एफआइआर दर्ज किये जाने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि थाने में दर्ज किये गये मामले का अनुसंधान सदर सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश प्रसाद को करने का निर्देश दिया गया है. बता दें कि बीडीओ और मुखिया के बीच विवाद में पहले बीडीओ के बयान पर नगर थाने में दर्ज एफआइआर में मुखिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
मुखिया की पत्नी ने कोर्ट में दायर किया था परिवाद : मुखिया पक्ष की ओर से थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं किये जाने पर मुखिया की पत्नी लीला देवी ने सीजेएम के न्यायालय में एक परिवाद पत्र दायर किया था, जिसमें बीडीओ के अलावा एसडीओ और एसडीपीओ को अभियुक्त बनाया गया है. परिवाद के आलोक में सीजेएम के आदेश पर थाने में एफआइआर दर्ज करने के लिए एसपी के पास संबंधित परिवाद पत्र भेजा गया था. इस आलोक में उक्त तीनों अफसरों के विरुद्ध थाने में मामला रजिस्टर्ड किया गया है. मुखिया की पत्नी ने अपने पति के साथ ब्लॉक कार्यालय और थाने में मारपीट करने का आरोप लगाया है.
पूरे मामले की जांच डीएम और एसपी स्वयं कर रहे हैं. अबतक कई लोगों से पूछताछ की गयी है. घटना के वक्त प्रखंड कार्यालय में मौजूद कई कर्मियों से पूछताछ की गयी है. जेल में भी जाकर डीएम-एसपी ने मुखिया का बयान लिया है. इस मामले में जिला प्रशासन के स्तर से जांच रिपोर्ट सरकार को भेजी जायेगी.
उधर, प्रदेश राजद के द्वारा मामले की जांच के लिए पांच विधायकों सहित सात सदस्यीय जांच टीम सोमवार को जहानाबाद नहीं पहुंच पायी. बताया गया है कि जेल में सोमवार को मुलाकाती नहीं होने की वजह से अब जांच टीम मंगलवार को यहां आयेगी और अपने स्तर से मामले की जांच कर रिपोर्ट राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को सौंपेगी.