एनएच पर अब कबाड़ियों का हुआ कब्जा

जहानाबाद : शहर से गुजरने वाले एनएच 83 पर तो प्रमुख स्थान ऐसे हैं जहां पर कबाड़ का व्यवसाय करने वालों की मनमानी चलती है. ये स्थान है जहानाबाद स्टेशन के समीप और अस्पताल मोड़ से दक्षिण दरधा पुल व एसबीआइ की मुख्य शाखा के बीच. ये दोनो स्थान ऐसे हैं जहां से प्रतिदिन छोटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2016 12:17 AM

जहानाबाद : शहर से गुजरने वाले एनएच 83 पर तो प्रमुख स्थान ऐसे हैं जहां पर कबाड़ का व्यवसाय करने वालों की मनमानी चलती है. ये स्थान है जहानाबाद स्टेशन के समीप और अस्पताल मोड़ से दक्षिण दरधा पुल व एसबीआइ की मुख्य शाखा के बीच. ये दोनो स्थान ऐसे हैं जहां से प्रतिदिन छोटे बड़े हजारों वाहन शहर के विभिन्न क्षेत्रों के अलावे गया और पटना एवं अरवल जिला के लिए गुजरते हैं. व्यापक संख्या में राहगीरों का पैदल आवागमन होता है लेकिन कबाड़ का व्यवसाय करने वाले लोगों की जमायत ने न सिर्फ सड़क किनारे बनाये गये फुटपाथ को कब्जा कर रखा है बल्कि एनएच 83 के एक बड़े भूभाग पर भी कारोबार पसार दिया है. ऐसी हालत में सड़क की चौड़ाई पूर्वी भाग में कम हो जाती है जिससे उभर जाती है सड़क जाम की समस्या.

स्थायी तौर पर फैला रखा है कबाड़ का सामान :शहर से होकर गुजरने वाले एनएच 83 पर वैसे तो कई स्थान अतिक्रमणकारियों की चपेट में है लेकिन अब इस समस्या को और गंभीर बना दिया है कबाड़खाने का संचालन करने वाले लोगों ने. स्टेशन रोड से लेकर कोर्ट एरिया तक लगातार सड़क के दोनो किनारे तरह तरह का व्यवसाय करने वाले कारोबारियों ने दुकाने और ठेले लगा रखी है. फुटपाथ पर भी कब्जा कर कारोबार किया जाता है. इस स्थिति से पहले हीं जाम की समस्या उत्पन्न थी अब स्टेट बैंक के समीप और जहानाबाद रेलवे स्टेशन के प्रवेश द्वार से दक्षिण कबाड़ का कारोबार स्थायी तौर पर शुरू कर दिया गया है. दुकानदार बड़ी मात्रा में कबाड़ से संबंधित सामानों को सड़कों पर बिछा रखा है. जिससे जाम की स्थिति और विकट हो गयी है. इन रास्तों से प्रतिदिन जिले के आलाधिकारी से लेकर अन्य कई अधिकारी गुजरते हैं. उनकी नजर भी पड़ती होगी लेकिन इस स्थिति से निपटने की दिशा में कोई कारवाई नही हो रही है. यातायात पुलिस भी हाथ पर हाथ धरकर बैठी है और इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है आम लोगों को.

मरीजों को होती है फजीहत :दरधा नदी पुल से दक्षिण कई डाॅक्टरों के क्लीनिक है. इसके अलावा कई प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठान भी हैं. इसी के बगल में कबाड़ संचालकों ने सड़क का अतिक्रमण कर रखा है. ऐसी स्थिति में शहर एवं गांव से आये मरीजों और उनके परिजनों को काफी कठिनाई होती है. होता यह है कि कबाड़खाने के कारण सड़क के साथ-साथ दरधा पुल पर जाम लग जाता है. इस कारण इलाज कराने आने वाले मरीज जाम में फंसे रहते हैं. उनकी जान सांसत में रहती है. चाह कर भी वे जाम से उबर नही पाते. उक्त सारी स्थितियों को यदि प्रसाश्निक स्तर से गंभीरता से नही लिया गया, अतिक्रमण हटाने की दिशा में कारवाई नहीं हुई तो लोगों की मुश्किलें बढ़ती जायेगी.

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