स्थानीय लोगों ने िकया था हमला,लूटा िरवाल्वर िमला
खुलासा. बाइक लूट के आरोपित को पकड़ने गयी थी पुलिस थानाध्यक्ष पर जानलेवा हमला मामले में 15 नामजद अभियुक्तों पर प्राथमिकी तीन महिलाओं सहित नौ गिरफ्तार, भेजे गये जेल जहानाबाद : शहर के मलहचक मोड़ से पूरब एक आइसक्रीम फैक्टरी के पास संचालित फास्ट फूड की दुकान एवं सड़क पर काको थानाध्यक्ष पर शनिवार की […]
खुलासा. बाइक लूट के आरोपित को पकड़ने गयी थी पुलिस
थानाध्यक्ष पर जानलेवा हमला मामले में 15 नामजद अभियुक्तों पर प्राथमिकी
तीन महिलाओं सहित नौ गिरफ्तार, भेजे गये जेल
जहानाबाद : शहर के मलहचक मोड़ से पूरब एक आइसक्रीम फैक्टरी के पास संचालित फास्ट फूड की दुकान एवं सड़क पर काको थानाध्यक्ष पर शनिवार की रात किया गया जानलेवा हमला मामले में 15 नामजद और 50-60 अज्ञात लोगों के विरुद्ध नगर थाने में एफआइआर दर्ज की गयी है. घायल थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार के बयान पर नगर थाना कांड संख्या 617/16 दर्ज किया गया है. पुलिस पर हमले की घटना 11 दिनों पूर्व एक बाइक लूटकांड के संदिग्ध अभियुक्त को पकड़ने के दौरान हुई. काको थाना क्षेत्र के निजामुदीनपुर डायवर्सन के समीप बंधुगंज के निवासी एक फौजी की मोटरसाइकिल लूट ली गयी थी.
इसी मामले में काको थाना कांड संख्या 189/16 के संदिग्ध अभियुक्त को पकड़ने के लिए काको एवं नगर थाने की पुलिस सूचना के आधार पर तीन-चार दिनों से मलहचक आर्य पथ स्थित एक फास्ट फूड की दुकान के पास तहकीकात कर रही थी. बाइक लूट कांड का संदिग्ध अभियुक्त पंचमहल्ला निवासी संतोष कुमार मलहचक में चाउमीन की दुकान चलता है. खबर के अनुसार शनिवार की रात करीब आठ बजे काको थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार दो सैप बलों के साथ वहां गये और उसकी गिरफ्तारी के लिये नगर थानाध्यक्ष को फोन कर उनसे सहयोग मांगा था. एफआइआर के अनुसार इसके बाद थानाध्यक्ष दुकान में बैठे अभियुक्त संतोष कुमार पर निगरानी करने लगे. पुलिस की गतिविधि देख वह भागने की कोशिश की तो थानाध्यक्ष ने सैप बलों के साथ उसे पकड़ने का प्रयास किया.
उसी दौरान पुलिस का विरोध करते हुए वहां बैठे महिला और पुरुषों ने हल्ला मचाया. देखते ही देखते बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी और थानाध्यक्ष पर हमला कर दिया. अचानक हमले के कारण पुलिस वहां कमजोर पड़ गयी. लाठी डंडा, फैट-मुक्का से मारकर काको थानाध्यक्ष को घायल कर दिया गया. प्राथमिकी के अनुसार भीड़ के बीच से किसी ने थानाध्यक्ष पर पिस्तौल से फायर भी की, लेकिन चोट लगने से जख्मी हालत में वे जमीन पर गिर गये. इसके बाद उनका सर्विस रिवाल्वर, सरकारी मोबाइल एवं सोने की चैन छीन ली गयी. नगर थाने की पुलिस वहां पहुंची तो भीड़ में शामिल लोग भागने लगे.
लूटी गयी रिवाल्वर व मोबाइल फोन किया वापस :हमले के बाद बड़ी संख्या में घटना स्थल पर पहुंची नगर थाने की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को गिरफ्तार किया जिसमें संदिग्ध अभियुक्त संतोष के पिता राजेंद्र साव भी शामिल हैं. एसपी के अनुसार पूछताछ के दौरान पहले तो कुछ नहीं बताया गया लेकिन बाद में फास्ट फूड की दुकान में रिवाल्वर रहने की बात उसने स्वीकार की. सर्विस रिवाल्वर और मोबाइल फोन वापस लौटाया गया. लेकिन सोने की चेन की अभी बरामदगी नहीं हुई है.
गिरफ्तार नौ नामजद अभियुक्तों को भेजा गया जेल :घटना के बाद एसपी आदित्य कुमार के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी रात भर मलहचक के इलाके में गिरफ्तारी की. घटना के बाद भागने के दौरान अभियुक्त संतोष के पिता राजेंद्र साव के अलावा आर्दश राज उर्फ सोलजर, रॉकी कुमार, विक्की कुमार, निलेश कुमार उर्फ बब्लू, भरत साह, यशोदा देवी, एकता देवी और अंशुमाला देवी को पुलिस ने गिरफ्तार किया उक्त सभी नामजद अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है. अन्य नामजद एवं अज्ञात अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. इस घटना में घायल काको थानाध्यक्ष ने कई अभियुक्तों की पहचान भी की है.
दो दिनों पूर्व भी एक एसआइ के साथ फास्ट फूड दुकान में की गयी थी बदतमीजी :बाइक लूटकांड के मामले में काको के अलावा नगर थाने की पुलिस मामले की तहकीकात कर रही थी और संदिग्ध आरोपित को पकड़ने के लिए तीन चार दिनों से मलहचक के इलाके में सक्रिय थी. सूत्रों के अनुसार इस दौरान शुक्रवार को भी नगर थाने के एक सब इंस्पेक्टर के साथ फास्ट फूड संचालक आरोपित व उसके परिजनों ने दारोगा के साथ बदतमीजी की थी. काको थानाध्यक्ष भी पूर्व में अनुसंधान के तहत उक्त फास्ट फूड की दुकान में पूछताछ की थी.
घटनास्थल के समीप की बंद रही कुछ दुकानें :पुलिस पर हमला मामले के बाद मलहचक के इलाके में घंटों सघन छापेमारी की गयी. रविवार को भी पुलिस अभियुक्तों को तलाशने के लिए उक्त इलाके में सक्रिय थी. जिस फास्ट फूड की दुकान में और सड़क पर घटना घटी उसे लेकर आसपास के लोग सहमे-सहमे नजर आ रहे थे. कोई भी खुले मन से कुछ भी बताने से इनकार कर रहा था. वहां पर की कुछ दुकानों के शटर खुले ही नहीं सड़क किनारे आवासीय मकान भी है उनलोगों ने भी इस पचड़े में पड़ने के बजाये अपने को इस मामले से अलग रखना ही मुनासिब समझा.
नहीं बख्शे जायेंगे
पुलिस के काम में बाधा डालने और अभियुक्त को बचाने के साथ-साथ थानाध्यक्ष पर जानलेवा हमला करने वाले लोगों को कतई नहीं बख्शा जायेगा. पुलिस तेजी से अनुसंधान करते हुए घटना करने वाले कई हमलावरों की शिनाख्त कर ली है. अन्य की भी पहचान की जा रही है तीन दिनों के भीतर सभी अभियुक्तों की या तो गिरफ्तारी होगी या फरार रहने की हालत में उनके विरुद्ध कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जायेगी. थानाध्यक्ष पर सबसे पहले लाठी चलाने वाली संदिग्ध अभियुक्त के घर की तीन महिलाओं समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस पर यह हमला अभियुक्त को बचाने के लिए जानबूझ कर किया गया है. इस मामले में किसी भी निर्दोष व्यक्ति पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. दोषी वख्शे नहीं जायेंगे.
आदित्य कुमार, एसपी