पुल निर्माण में रोड बाधक समस्या. मैप में पुल की सीिढ़यां आ रहीं सड़क पर

जहानाबाद : दानापुर रेल मंडल के पटना-गया रेल खंड का एक प्रमुख जहानाबाद कोर्ट हाॅल्ट के दिन कब बहुरेंगे. यात्री सुविधाओं का विकास होगा या नहीं. यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा बहाल करने का आश्वासन कब पूरा होगा? ये सारे सवाल हजारों यात्रियों के जेहन में कौंध रहा है. करीब एक साल पूर्व कोर्ट हाॅल्ट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2017 11:57 PM

जहानाबाद : दानापुर रेल मंडल के पटना-गया रेल खंड का एक प्रमुख जहानाबाद कोर्ट हाॅल्ट के दिन कब बहुरेंगे. यात्री सुविधाओं का विकास होगा या नहीं. यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा बहाल करने का आश्वासन कब पूरा होगा? ये सारे सवाल हजारों यात्रियों के जेहन में कौंध रहा है. करीब एक साल पूर्व कोर्ट हाॅल्ट पर फुट ओवरब्रिज बनाने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन इस दिशा में अब तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई. ओवरब्रिज निर्माण के अलावा प्लेटफाॅर्म एक पर सरफेश निर्माण,

यात्री शेड, बैठने के लिए बेंच का निर्माण और एक नंबर प्लेटफाॅर्म की चाहरदीवारी बनाने का आश्वासन रेलवे प्रशासन द्वारा दिया गया था, लेकिन यात्रियों की सुविधा से जुड़े ये सारे मामले अब तक उपेक्षित पड़े हैं. यात्रियों को पेयजल संकट से जूझना नहीं पड़े इसके लिए पर्याप्त चापाकल लगाने की भी योजना थी. इतना ही नहीं द्वितीय श्रेणी का नया प्रतीक्षालय निर्माण कराना भी योजना में शामिल था जो अब तक उपेक्षित है.

ओवरब्रिज के दायरे में आ जाती है सड़क : जहानाबाद कोर्ट हाॅल्ट से सटे पश्चिम एक सड़क गुजरी है. बतीसभवंरिया से लेकर सिविल कोर्ट होते हुए रेलवे गुमटी के समीप एनएच 83 से यह सड़क जुड़ती है.रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फुट ओवरब्रिज के निर्माण के लिए विभाग द्वारा मैप तैयार किया गया था. उसके बाद इसका स्थल पर वेरिफिकेशन भी हुआ था. निर्माण के लिए रेलवे द्वारा जो ड्राइंग तैयार की गयी है उसमें व्यवहार न्यायालय को जाने वाली सड़क बाधक है. बताया गया है कि मैप के मुताबिक ओवरब्रिज की सीढ़ियां सड़क पर उतरती हैं. पूरी सड़क इसके दायरे में आ जाती है. स्थल वेरिफिकेशन के बाद ब्रिज निर्माण की दिशा में आगे की कोई कार्रवाई अब तक नहीं हुई है.रेलवे के स्थानीय कोई भी पदाधिकारी इसके अलावा अन्य कोई जानकारी देने में असमर्थ हैं.
जान जोखिम में डाल रेलवे ट्रैक पार करते हैं लोग : कोर्ट हाॅल्ट पर दो प्लेटफाॅर्म है. प्लेटफाॅर्म एक और दो को पार करने के लिए ओवरब्रिज नहीं रहने के कारण यात्री रेलवे ट्रैक को पार करते हुए एक से दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाते हैं.
इतना ही नहीं यात्रियों के अलावा प्रतिदिन कोर्ट हाॅल्ट के पूरब और पश्चिम इलाके के सैकड़ों लोग इस हाॅल्ट के जरिये एक छोर से दूसरे छोर तक आवागमन करते हैं. रेलवे ट्रैक पार करने में उनकी जान हमेशा खतरे में रहती है. पूर्व के दिनों में हादसे हो चुके हैं.
वकीलों ने की थी यात्री सुविधा बढ़ाने की मांग: इस हाल्ट पर व्याप्त समस्याओं का निराकरण करने के लिए अधिवक्ताओं की एक टीम ने डीआरएम से मिल कर यात्री सुविधाएं बढ़ाने की मांग की थी, जिसमें ओवरब्रिज का निर्माण भी शामिल था. वरीय अधिवक्ता देवनंदन प्रसाद के नेतृत्व में वकीलों की टीम ने डीआरएम को अवगत कराया था कि कोर्ट हाल्ट के समीप व्यवहार न्यायालय, समाहरणालय, प्रखंड सह अंचल कार्यालय, ट्रेजरी ऑफिस, नगर थाना, निबंधन कार्यालय और उद्यान विभाग का कार्यालय संचालित है. इस हाल्ट से बड़ी संख्या में यात्री अपनी यात्रा आरंभ करते हैं. गया-पटना से प्रतिदिन सरकारी कर्मी, डाॅक्टर, वकील, मुकदमों के पैरवीकार आते जाते हैं जिन्हें सुविधा नहीं रहने से भारी परेशानी का सामना झेलना पड़ता है. कोर्ट हाॅल्ट का प्रतिक्षालय अपना वजूद पूरी तरह खो दिया है.इन सारी स्थितियों से रेल मंडल प्रबंधक को अवगत करा समुचित कार्रवाई की मांग की गयी थी, लेकिन लंबे इंतजार के बाद भी समस्याएं यथावत हैं. फिर भी लोग इंतजार कर रहे हैं जहानाबाद कोर्ट हाॅल्ट पर ओवरब्रिज के साथ-साथ अन्य सुविधाएं बहाल होने की.

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