जहानाबाद के प्रणय शंकर बने दही सम्राट
फुलवारीशरीफ : बुधवार को पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा डेयरी में दही खाओ, इनाम पाओ प्रतियोगिता- 2017 में जहानाबाद के प्रणय शंकर कांत तीन किलो सात सौ नब्बे ग्राम दही खाकर दही सम्राट और कंकड़बाग की ज्योत्सना कुमारी साढ़े तीन किलो दही खाकर दही साम्राज्ञी बनीं.दही साम्राज्ञी का खिताब जीतनेवाली ज्योत्सना पिछले साल तीसरे नंबर पर […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
January 19, 2017 3:56 AM
फुलवारीशरीफ : बुधवार को पटना डेयरी प्रोजेक्ट सुधा डेयरी में दही खाओ, इनाम पाओ प्रतियोगिता- 2017 में जहानाबाद के प्रणय शंकर कांत तीन किलो सात सौ नब्बे ग्राम दही खाकर दही सम्राट और कंकड़बाग की ज्योत्सना कुमारी साढ़े तीन किलो दही खाकर दही साम्राज्ञी बनीं.दही साम्राज्ञी का खिताब जीतनेवाली ज्योत्सना पिछले साल तीसरे नंबर पर थीं. इस बार प्रतियोगिता में 392 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जबकि रजिस्ट्रेशन आठ सौ ने कराया था.
प्रतियोगिता में तीन मिनट में सबसे अधिक दही खानेवाले को विजेता घोषित किये जाने का टाइम निर्धारित था. पटना डेयरी प्रोजेक्ट के एमडी सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मीठापुर पटना के अनिल प्रसाद तीन किलो एक सौ अड़तालीस ग्राम दही खाकर दूसरे नंबर पर और तीसरे स्थान पर कंकड़बाग के राकेश कुमार रहे, जिन्होंने तीन किलो एक सौ आठ ग्राम दही खाया. वहीं, महिलाओं में रुकनपुरा पटना की पुष्पा कुमारी दो किलो तीन सौ अस्सी ग्राम दही खाकर दूसरे स्थान पर और तीसरे स्थान पर सीडीए कॉलोनी, पटना की प्रेमा तिवारी रहीं. प्रेमा ने दो किलो तीन सौ अड़तालीस ग्राम दही खाया. इनके अलावा खगौल की तारा देवी और औरंगाबाद निवासी चितरंजन प्रसाद को सांत्वना पुरस्कार दिया गया.
प्रतियोगिता का उद्घाटन जिलाधिकारी ने किया : इसके पूर्व प्रतियोगिता का उद्घाटन जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने किया. उन्होंने कहा कि सुधा के सभी छपा स्लोगन दुग्ध उत्पादों पर छोड़ो मदिरा, पीओ दूध , स्वस्थ रहो बनो मजबूत बिहार को नशामुक्त बनाने में अहम भूमिका निभायेगा. सुधा डेयरी के अधिकारी और कर्मचारी भी 21 जनवरी को मानव शृंखला निर्माण में हिस्सा लेंगे. वैशाल पाटलिपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति की चेयरपर्सन किरण देवी ने कहा कि दही खाओ, इनाम पाओ प्रतियोगिता बिहार के अलावा कई राज्यों में भी काफी चर्चित हो रहा है.
प्रतियोगिता में सात क्विंटल दही खा गये लोग : पटना डेयरी प्रोजेक्ट के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि पुराने जमाने में गोनू झा की बैलगाड़ी प्रतियोगिता जैसे आयोजन से बिहार की विरासत को नयी पहचान मिली थी. इसी तरह सुधा डेयरी पिछले पांच वर्षों से दही खाओ, इनाम पाओ प्रतियोगिता आयोजित कर नयी पीढ़ी को अपने पुरखों की सांस्कृतिक परंपरा को पुनर्जीवित रखने में सहायक साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी अभियान को सफल बनाने के लिए सुधा ने अपने सभी उत्पादों पर छोड़ो मदिरा, पीओ दूध, स्वस्थ रहो बनो मजबूत का स्लोगन छपवा रही है. उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में सात क्विंटल दही, एक किलो चीनी और एक किलो नमक की खपत हुई.
रोज एक किलो दही खाकर कर रही थी दस दिनों से प्रैक्टिस : ज्योत्स्ना
फुलवारीशरीफ. कंकड़बाग की ज्योत्सना कुमारी को दही साम्राज्ञी के खिताब से नवाजा गया, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. ज्योत्सना ने बताया कि वह इस बार ठान कर आयी थी कि चाहे जैसे भी हो प्रथम पुरस्कार का ख़िताब अपने नाम करके ही लौटना है. ज्योत्स्ना ने कहा कि वह पिछले दस दिनों से रोज एक किलो दही खाकर प्रतियोगिता में जीत के लिए तैयारी कर रही थीं.
मजा आ गया : प्रणय कांत
फुलवारीशरीफ. जहानाबाद के प्रणय शंकर कांत (56 वर्ष) के दही सम्राट के ख़िताब से नवाजे जाने की घोषणा हुई, तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ. जब उन्हें बगल में खड़े युवक ने कहा कि आप जीत गये, जाइये पुरस्कार लीजिये तब वे मंच के पास गये. प्रणय कांत ने कहा कि वे कोई तैयारी करके नहीं आये थे. वे शुरू से खाने-पीने के शौक़ीन हैं. उन्होंने तीन किलो सात सौ नब्बे ग्राम दही खायी.