बरामदे में चलता है अग्निशमन कार्यालय

समस्या. बीत गये 26 साल, नहीं बन पाया दमकल विभाग का अपना भवन भवन निर्माण के जिए जमीन की हो रही है तलाश वर्ष 2016 में हुई थी अगलगी की 157 घटनाएं जहानाबाद : गरमी का मौसम शुरू होते ही अगलगी की घटनाओं में इजाफा हो जाता है. आग पर काबू पाने के लिए यहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2017 4:26 AM

समस्या. बीत गये 26 साल, नहीं बन पाया दमकल विभाग का अपना भवन

भवन निर्माण के जिए जमीन की हो रही है तलाश
वर्ष 2016 में हुई थी अगलगी की 157 घटनाएं
जहानाबाद : गरमी का मौसम शुरू होते ही अगलगी की घटनाओं में इजाफा हो जाता है. आग पर काबू पाने के लिए यहां अग्निशमन विभाग का कार्यालय तो है लेकिन 26 वर्ष बीत जाने के बाद भी उसका अपना भवन नहीं बन पाया है. दमकल कर्मियों का कार्यालय बाजार समिति प्रांगण के एक कोने में स्थित कोल्डस्टोरेज के बरामदे में संचालित है. यह स्थिति वर्षो से है. अग्निशमन विभाग के कर्मियों का वसेरा भी बरामदे में ही है. उनके लिए समुचित आवास की व्यवस्था नहीं है.
खबर के अनुसार जहानाबाद में होने वाली अगलगी या आगजनी की घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए 1985 में दमकल विभाग का कार्यालय खोला गया था. शुरूआती दौर में कई समस्याएं थी. दमकल की कमी, उसमें पानी संग्रहण करने की व्यवस्था नहीं थी. धीरे-धीरे समस्याओं का समाधान करते हुए पानी संग्रहण हेतु बोरिंग की व्यवस्था की गयी. दमकल की संख्या भी बढ़ायी गयी लेकिन विभाग का निजी भवन अब तक नहीं बनाये जाने से कार्यालय बरामदे में संचालित है. दमकल कर्मियो को परेशानी हो रही है. गरमी में लू के थपेड़ों को सहते हुए कर्मी काम करने पर विवश रहते हैं. कर्मचारियों के लिए समुचित आवास तक की व्यवस्था नहीं हो पायी है. फिलहाल उक्त अग्निशमन कार्यालय में एक पदाधिकारी, तीन हवलदार, दस आरक्षी और चार चालक पदस्थापित हैं.
दूसरे जिलों में भी भेजा जाता है दमकल : जहानाबाद स्थित अग्निशमन कार्यालय में चार दमकलों की व्यवस्था है जिसमें साढ़े पांच हजार लीटर पानी संग्रहण करने की क्षमता वाली दो और तीन सौ लीटर की क्षमता वाली दो गाड़ियां हैं. इसके अलावा दो दमकल खराब पड़े हैं. बताया जाता है कि जहानाबाद के अलावा अरवल, नालंदा, गया और पटना जिले के इलाके में अगलगी की घटना होने पर यहां से दमकल आग बुझाने के लिए भेजा जाता है. वर्ष 2016 में अगलगी की 157 घटनाएं हुई थी. राज्य स्तर पर अगलगी की घटनाओं के लिए जहानाबाद का चौथा स्थान रहा था.
चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान : अगलगी की घटनाओं पर काबू पाने के साथ साथ विभाग के पदाधिकारी और कर्मचारी लोगों के बीच जागरूकता अभियान भी चला रहे है. बरामदे में संचालित कार्यालय और उसी में चौंकी बिछाकर रहने वाले दमकल कर्मी अपने कर्तव्यों के प्रति मुस्तैद हैं. शहर के अलावे ग्रामीण इलाके में उनके द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. वे लोगों को बता रहे हैं कि आग लगने की घटनाओं से कैसे बचा जा सकता है. गांव में लकड़ी से खाना बनाने वाले परिवारों को बतातें हैं कि खाना बनाने के बाद आग को पानी से अच्छी तरह बुझा लें ताकि हवा चलने की स्थिति में आगलगी की घटना न हो. रसोई गैस से खाना बनाने वालों को भी पूरी सावधानी बरतने की नसीहत उनके द्वारा दी जा रही है.
अग्निकांड के मामले में राज्य स्तर पर जहानाबाद का था चौथा स्थान
कार्यालय के लिए खोजी जा रही है जमीन
अग्निशमन विभाग का कार्यालय बनाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है. 1985 से कोल्ड स्टोरेज के बरामदे में किसी तरह कार्यालय का संचालन हो रहा है. थोड़ी परेशानी है लेकिन सभी कर्मी अपनी डयूटी के प्रति सजग हैं. गरमी में अगलगी की घटनाएं काफी बढ़ जाती है. सूचना पाते ही आग बुझाने के लिए त्वरित कारवायी की जाती है.
गयानंद प्रसाद, प्रभारी, फायरस्टेशन जहानाबाद.

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