खुले में बनाया जाता है मध्याह्न भोजन

जहानाबाद सदर : खुले में मध्याह्न भोजन बनने की वजह से जिले में कई बार घटनाएं घट चुकी हैं. घटनाएं घटने के बाद प्रशासन द्वारा किचेन की साफ सफाई रखने का भले ही निर्देश दिया जाता हो, लेकिन उन निर्देशों का जमीन पर क्रियान्वयन नहीं कराया जाता है. जिसका जीता-जागता उदाहरण है नवसृजित प्राथमिक विद्यालय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 25, 2017 11:56 PM

जहानाबाद सदर : खुले में मध्याह्न भोजन बनने की वजह से जिले में कई बार घटनाएं घट चुकी हैं. घटनाएं घटने के बाद प्रशासन द्वारा किचेन की साफ सफाई रखने का भले ही निर्देश दिया जाता हो, लेकिन उन निर्देशों का जमीन पर क्रियान्वयन नहीं कराया जाता है. जिसका जीता-जागता उदाहरण है नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बाजार समिति राजाबाजार है. इस विद्यालय को नवसृजित हुए लगभग आठ साल बीत चुके हैं. लेकिन अभी तक भवन नहीं बन सका है. स्कूल का संचालन बाजार समिति का बनाये गये क्वार्टर के महज एक रूम में हो रहा है. एक ही रूम में वर्ग एक से लेकर वर्ग पंचम तक पढ़ाई होती है. विद्यालय में प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षिका पदस्थापित है.

जगह के अभाव में एक शिक्षिका बरांडा में पढ़ाती है तथा एक शिक्षिका रूम में पढ़ाती है. बरांडा एवं रूम में शिक्षण कार्य होने के कारण जगह नहीं बच पाता है जिसके कारण क्वार्टर के आगे बना पेटीकोट में ही खुले जगह पर मध्याह्न भोजन बनता है. जिस जगह पर बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बनता है उसी जगह से सड़क भी गुजरी है.
सड़क पर वाहनों के परिचालन से धूल कण उड़ता रहता है तथा खाना पर भी घूल पड़ती है. विद्यालय में नामांकित बच्चों की संख्या 125 है. रोजाना मध्याह्न भोजन बनाया भी जा रहा है. लेकिन खुले में बन रहे मध्याह्न भोजन को खाने में बच्चों के स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ने की संभावना बनी रहती है. इस बाबत पूछे जाने पर मध्याह्न भोजन प्रभारी रोशन आरा कुछ भी बताने से इनकार कर दी.

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