स्लैब टूटा रहने से खतरनाक हुआ मुहल्ले का मुहाना
नगर पर्षद के वार्ड नंबर 11 का एक मुहल्ला है शास्त्री नगर. निचली रोड में मां अष्ठभुजी मंदिर के ठीक सामने और घनी आबादी वाले उक्त मुहल्ले का मुहाना (प्रवेश द्वार) विगत कई वर्षों से डेंजर जोन बना हुआ है. मुहल्ले से निकली नाली का स्लैब टूट कर इस कदर खतरनाक है कि वहां पर […]
नगर पर्षद के वार्ड नंबर 11 का एक मुहल्ला है शास्त्री नगर. निचली रोड में मां अष्ठभुजी मंदिर के ठीक सामने और घनी आबादी वाले उक्त मुहल्ले का मुहाना (प्रवेश द्वार) विगत कई वर्षों से डेंजर जोन बना हुआ है. मुहल्ले से निकली नाली का स्लैब टूट कर इस कदर खतरनाक है कि वहां पर दुर्घटनाएं होती है. साइकिल और मोटरसाइकिल सवार मुहल्ले में प्रवेश करने के दौरान यदि पूरी तरह सावधानी नहीं बरतें तो उनके साथ हादसा होना तय है.
मुहल्ले वासियों का कहना है कि जानलेवा साबित हो रहे हैं. मुहाने का स्लैब दुरुस्त कराने और मुहल्ले के घरों के गंदे पानी का निकास कराने के लिए वार्ड पार्षद ने अबतक कोई रुचि नहीं दिखायी.
यह तसवीर है वार्ड नंबर 11 के उस मुहाने की जो लोगों के लिए प्राण घातक साबित हो रही है. बच्चे, महिलाएं और बुजूर्ग इससे परेशान हैं. साथ ही दूसरी बड़ी समस्या है. पुरानी नालियों का जाम रहना. उड़ाही नहीं होने और नाली का नवनिर्माण नहीं कराये जाने से घरों के गंदे पानी का बहाव धीरे-धीरे होता है. नाली के ऊपर लगे पुराने स्लैब पर घास-फूस उगा है. बरसात में गली और लोगों के घरों से गंदा पानी निकलना मुश्किल हो जाता है.
समय-समय पर मुहल्लेवासी अपने निजी खर्च से जाम नाले की थोड़ी-बहुत उड़ाही कराते हैं.नाली करीब 15 साल पहले बनायी गयी थी. उसके बाद समुचित ढंग से कभी उड़ाही नहीं करायी गयी. नाली का पानी गली में बहता है. वार्ड पार्षद से इस समस्या को दूर करने के लिए कहा गया था.
मिथिलेश कुमार
एनएच 83 के किनारे अवस्थित पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा के पीछे के घरों का भी पानी इसी नाली से बहता है. वार्ड नंबर 12 के कुछ हिस्से का भी पानी आता है. नाली जर्जर है, जाम है.
संजय कुमार