सेवकों व तालिमी मरकजों को घोषित करें शिक्षक

कहा- जमींदारों की तरह व्यवहार कर रही है सरकार जहानाबाद : सोमवार को टोला सेवकों एवं तालिमी मरकजों के कोर ग्रुप की बैठक शहर के होरिलगंज स्थित यदुनंदन महतो सभागार में संपन्न हुई. जिसमें टोला सेवकों व तालिमी मरकजों ने अपनी समस्याएं प्रमुखता से उठाते हुए सरकार की नीतियों की जम कर आलोचना की और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 5:10 AM

कहा- जमींदारों की तरह व्यवहार कर रही है सरकार

जहानाबाद : सोमवार को टोला सेवकों एवं तालिमी मरकजों के कोर ग्रुप की बैठक शहर के होरिलगंज स्थित यदुनंदन महतो सभागार में संपन्न हुई. जिसमें टोला सेवकों व तालिमी मरकजों ने अपनी समस्याएं प्रमुखता से उठाते हुए सरकार की नीतियों की जम कर आलोचना की और कहा कि केंद्र और राज्य सरकार टोला सेवकों एवं तालिमी मरकजों के साथ जमींदारों की तरह व्यवहार कर रही है. लेकिन आंदोलन के जरिये सरकार की इस नीति का विरोध किया जायेगा.
इस बैठक में संघ के नेताओं ने मांग किया कि टोला सेवकों व तालिमी मरकजों को संबंधित स्कूलों में बतौर शिक्षक के रूप में सरकार घोषित करे यह निर्णय लिया कि उन्हें नियमित करने और समान काम के लिए समान वेतन लागू करने के लिए संघर्ष छेड़ा जायेगा. बैठक की अध्यक्षता कर्मचारी महासंघ गोप गुट के अध्यक्ष वासूदेव सिंह ने किया.
कोर ग्रुप में संतोष कुमार मांझी,अनिल मांझी ,स्मीता कुमारी ,सविना कुमारी सहित अन्य कई टोला सेवकों ने भाग लिया. कर्मचारी महासंघ गोप गुट के राज्य सम्मानित अध्यक्ष रामबली प्रसाद और एक्टू के राज्य उपाध्यक्ष रामबली यादव अतिथि के रूप में मौजूद थे. बैठक में वक्ताओं ने कहा कि जिले में कई टोला सेवकों का मानदेय वर्षों से बकाया चला आ रहा है. पदाधिकारी देने में आनाकानी कर रहे हैं. महिला टोला सेवकों एवं तालिमी मरकजों को मातृत्व अवकाश नहीं मिलता जो मानवता के विरुद्ध है.

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