गांव के नजदीक पहुंच मौत के आगोश में समा गये मजदूर

रतनी : एक सप्ताह तक गेहूं की कटनी करने के बाद अच्छी मजदूरी लेकर अपने घर लौट रहे मजदूरों को भला यह कहां पता था कि वह गांव के नजदीक पहुंच मौत के आगोश में समा जायेंगे. भोजपुर के सोनपर दियारा गेहूं की कटनी कर लौट रहे मजदूर जब अपने गांव से चंद कदमों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 19, 2017 12:57 AM

रतनी : एक सप्ताह तक गेहूं की कटनी करने के बाद अच्छी मजदूरी लेकर अपने घर लौट रहे मजदूरों को भला यह कहां पता था कि वह गांव के नजदीक पहुंच मौत के आगोश में समा जायेंगे. भोजपुर के सोनपर दियारा गेहूं की कटनी कर लौट रहे मजदूर जब अपने गांव से चंद कदमों की दूरी पर थे तभी दुर्घटना हो गयी तथा तीन मजदूर मौत के आगोश में समा गये.

वहीं इस घटना में दस अन्य मजदूर भी गंभीर रूप से घायल हो गये हैं जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं. प्रखंड क्षेत्र के उचिटा गांव स्थित बिंद टोला के रहने वाले ये सभी मजदूर पूर्व के वर्षों की भांति इस बार भी अच्छी मजदूरी के लालच में गेहूं की कटनी करने दियारा गये थे. लेकिन इस बार कई मजदूरों के लिए यह अंतिम यात्रा साबित हो गया. इस घटना को भूलाना बिंद टोला के लोगों के लिए संभव नहीं है. मंगलवार का दिन बिंद टोलावासियों को जो जख्म मिला उसे भरने में वर्षों लग जायेगा.

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बिंद टोला के मजदूर गेहूं की कटनी करने सोन दियारा गये थे. कटनी समाप्त होने के उपरांत कटायी में मिले गेहूं लेकर मजदूर हंसी-खुशी अपने घर लौट रहे थे. लेकिन खुशी का यह पल कब गम में बदल गया यह मजदूरों को भी पता नहीं चल रहा है. गांव से कुछ ही दूरी पर दुर्घटना हो गयी जिसमें तीन मजदूर की जान चली गयी. बिंद टोला के लोगों को जब इस घटना की जानकारी मिली तब वे बदहवास घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर गांव के समीप पहुंच ऐसा क्या हो गया जो परिजनों को दर्द दे गया.

ओवरटेक के कारण हुई दुर्घटना :
मजदूरों को जल्दी उनके गांव पहुंचाने के चक्कर में पिकअप चालक एक तो गाड़ी तेज चला रहा था वहीं वह बार-बार ओवरटेक भी कर रहा था. गांव के नजदीक जब वह नारायणपुर नदी के समीप पहुंचा था तब भी वह एक ऑटो के साथ ओवरटेक कर रहा था. ओवरटेक करने के चक्कर में ही वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गयी और तीन मजदूरों की जान चली गयी. पिकअप पर सवार मजदूर लाल बाबू बिंद ने बताया कि जैसे ही वे लोग नारायणपुर गांव के समीप पहुंचे वैसे ही चालक एक ऑटो को ओवरटेक करने लगा.
ओवरटेक करने के लिए चालक ने अपने वाहन की गति बढ़ा दी, जिससे वह संतुलन खो बैठा और गाड़ी सड़क किनारे बने गड्ढे में पलट गयी.
गनीमत यह रहा कि एक ही पलटी के बाद गाड़ी रुक गयी नहीं तो और मजदूरों की जान जा सकती थी.

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