खेत में छिप मजदूरों ने बचायी जान

वारदात. पहचान के कारण अपराधियों ने कर दी थी वाहन मालिक की हत्या वृद्ध माता-पिता और बाल-बच्चों का एकमात्र सहारा था अरुण ट्रैक्टर चला परिवार का करता था भरण-पोषण पुलिस की गिरफ्त में शीघ्र होंगे अपराधी :एसपी जहानाबाद/मखदुमपुर : शकुराबाद-घेजन सड़क मार्ग में मखदुमपुर थाना क्षेत्र के नौगढ़ गांव के समीप शनिवार की रात गाजीपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 24, 2017 1:15 AM

वारदात. पहचान के कारण अपराधियों ने कर दी थी वाहन मालिक की हत्या

वृद्ध माता-पिता और बाल-बच्चों का एकमात्र सहारा था अरुण
ट्रैक्टर चला परिवार का करता था भरण-पोषण
पुलिस की गिरफ्त में शीघ्र होंगे अपराधी :एसपी
जहानाबाद/मखदुमपुर : शकुराबाद-घेजन सड़क मार्ग में मखदुमपुर थाना क्षेत्र के नौगढ़ गांव के समीप शनिवार की रात गाजीपुर गांव निवासी ट्रैक्टर मालिक अरुण कुमार शर्मा की गोली मार कर हत्या किये जाने की घटना के मूल कारण का खुलासा करने के लिए पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी है. अपराधियों को पकड़ने की मुहिम तेज हो गयी है. घटना का वास्तविक कारण क्या है, यह तो पुलिस अनुसंधान में खुलासा होगा, फिलहाल यह कहा जा रहा है कि लूटपाट के दौरान अपराधियों की पहचान कर लिये जाने के कारण उक्त युवक को मौत के घाट उतार दिया
गया. हत्या के संबंध में गाजीपुर गांव निवासी अभय कुमार के बयान पर मखदुमपुर थाने में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बताया गया है कि जिस वक्त हत्या की घटना हुई उस दौरान एफआइआर के सूचक अभय कुमार के अलावा दो मजदूर भी ट्रैक्टर पर सवार थे. ट्रैक्टर अरुण शर्मा खुद चला रहे थे. गाजीपुर गांव से ट्रैक्टर पर बांस लाद कर वे जहानाबाद आ रहे थे. शहर के राजाबाजार में किसी कार्यक्रम में पंडाल बनाने के लिए बांस लाया जा रहा था
. प्राथमिकी के सूचक के अनुसार रात करीब साढ़े दस बजे ओड़विगहा से आगे बढ़ने पर और नौगढ़ गांव पहुंचने के पूर्व सड़क पर दो व्यक्तियों ने टॉर्च जलाने के बाद ट्रैक्टर पर लाठी मारी. इस पर अरुण ने इतना ही कहा था कि हमलोगों को भी नहीं पहचानते, हम विदेश के हैं क्या. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने यह बात सुनते ही पिस्तौल निकाल कर गोली मार दी. गोली की आवाज सुनते ही सूचक और दोनों मजदूर भाग गये और गेहूं लगे एक खेत में छिप कर अपनी जान बचायी थी. सूचना पाकर जब ग्रामीण जब तक जुटे, अरुण की मौत हो चुकी थी.
उठ गया परिवार का एकमात्र सहारा : ग्रामीण बताते हैं कि अरुण कर्मठ और मिलनसार था, उसकी किसी से दुश्मनी नहीं थी. हत्या क्यों हुई, इसे लेकर पूरे गांव के लोग अचंभित हैं. उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो छोटे-छोटे पुत्र, एक पुत्री और वृद्ध माता-पिता का वे एकमात्र सहारा था. ट्रैक्टर चला कर अपने परिवार का भरण-पोषण किया करता था. उनकी हत्या हो जाने से परिवार का सहारा ही उठ गया. अब उनके घर में कोई कमाने वाला नहीं रहा.
मातमपूर्सी कर बंधाया धैर्य : हत्या की घटना से कृत नारायण शर्मा के घर में कोहराम मचा है. अपने युवा पुत्र की हत्या से वृद्ध माता-पिता, मृतक की पत्नी और बच्चों का हाल बेहाल है. मृतक के पिता रोते-बिलखते कहते हैं कि उनके बेटे ने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा था, कड़ी मेहनत कर हमलोगों का भरण-पोषण कर रहा था. हत्या की सूचना पाकर रविवार को उनके घर में मातमपूर्सी करने के लिए कई लोग पहुंचे. प्रखंड प्रमुख रिंकी देवी, मुखिया अरविंद कुमार, अवधेश शर्मा समेत अन्य कई लोगों ने उनके पैतृक गांव गाजीपुर जाकर परिजनों से मिल कर शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया. लोगों ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि घटना की जांच कर इसमें शामिल अपराधियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाये.
शीघ्र पकड़े जायेंगे अपराधी
घटना का खुलासा शीघ्र कर लिया जायेगा. इसमें शामिल अपराधी पकड़े जायेंगे. हत्या के कारण के विभिन्न पहलुओं पर बारीकी से जांच करायी जा रही है. हत्यारे शीघ्र पुलिस की गिरफ्त में होंगे.
आदित्य कुमार, एसपी

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