आत्मदाह की सूचना पर रामसेबिगहा पहुंचा प्रशासन

प्रखंड क्षेत्र के परसबिगहा थाना अंतर्गत रामसेबिगहा गांव निवासी अजय शर्मा ने गैरमजरूआ जमीन प्रशासन द्वारा अतिक्रमणमुक्त नहीं कराये जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने रविवार को गांव के देवी मंदिर के समीप आत्मदाह करने की सूचना प्रशासन को दी थी. इसके बाद प्रशासन शनिवार की देर शाम से ही पूरे मामले पर नजर बनाये हुए थी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 22, 2024 10:24 PM

रतनी. प्रखंड क्षेत्र के परसबिगहा थाना अंतर्गत रामसेबिगहा गांव निवासी अजय शर्मा ने गैरमजरूआ जमीन प्रशासन द्वारा अतिक्रमणमुक्त नहीं कराये जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने रविवार को गांव के देवी मंदिर के समीप आत्मदाह करने की सूचना प्रशासन को दी थी. इसके बाद प्रशासन शनिवार की देर शाम से ही पूरे मामले पर नजर बनाये हुए थी. रविवार को तय समय से पहले प्रशासन की टीम एक्टिव मोड में आ गयी और देवी मंदिर पर छुट्टी के दिन में भी पदाधिकारी का जमावड़ा लगा रहा. हालांकि नियत समय में आत्मदाह की चेतावनी देने वाले अजय कुमार नहीं पहुंचे. मालूम हो कि उन्होंने जिलाधिकारी थानाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारी को आवेदन देकर खाता संख्या 267 प्लाट संख्या 2296 आम गैरमजरूआ जमीन से अतिक्रमण हटाने का गुहार उनके द्वारा लगया गया था. लोकायुक्त के आदेश के बावजूद उक्त गांव में अब तक पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया जिसके आलोक में अजय कुमार ने सभी अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराते हुए आवेदन दिया था कि अगर शनिवार तक सीओ के द्वारा जमीन को अतिक्रमणमुक्त नहीं कराया गया तो रविवार को 12 बजे गांव स्थित देवी मंदिर के समीप आत्मदाह कर अपनी जान दे देंगे. आत्मदाह की सूचना पर इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार एवं राजस्व अधिकारी दल बल के साथ रामसेबिगहा गांव पहुंचे. हालांकि अजय कुमार उक्त स्थल पर उपस्थित नहीं हुए. उनके परिवार वालों द्वारा दोनों अधिकारियों को स्थल पर ले जाया गया जहां अधिकारियों के आश्वासन पर आत्मदाह वापस ले लिया गया. मालूम हो कि गत 18 जनवरी 2024 को निवर्तमान अंचलाधिकारी कौशल्या कुमारी के द्वारा रंजीत शर्मा, गजेंद्र शर्मा, मनोज शर्मा, ब्रजेश शर्मा, डॉ सुरेंद्र शर्मा ,सतीश शर्मा सहित कुल छह लोगो के द्वारा आम गैरमजरूआ जमीन पर निर्माण किये गए मकान व दालान को जेसीबी लगाकर ध्वस्त करा दी गयी थी. हालांकि कुछ जमीन को अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया था जो अब तक लंबित है. वहीं इन सभी लोगों द्वारा अतिक्रमणमुक्त जमीन को फिर से अतिक्रमण कर लिया गया है जिसके कारण अजय कुमार के घर का रास्ता एवं नाली अवरुद्ध है. ग्रामीणों की माने तो जिस तरह से अजय कुमार सहित अन्य लोगों के बीच विवाद गहराता जा रहा है. उससे यह साबित हो रहा है कि कभी भी बड़ी घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. यदि प्रशासन समय रहते सूझबूझ से विवाद को पटाक्षेप नहीं कराया तो विवाद और गहरा सकता है. मौके पर राजस्व पदाधिकारी आनंद प्रकाश, इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार, मुखिया प्रतिनिधि पंकज शर्मा के अलावा पुलिस बल मौजूद थे.

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