जहानाबाद. शहर में सड़क किनारे अतिक्रमण करने वालों पर शनिवार को गाज गिरी. प्रशासन के बुलडोजर ने अतिक्रमण करने वाले दुकानों और झोपड़ियां को गिरा दिया. नगर परिषद की टीम ने शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया. इस दौरान शहर के काको मोड़ से आंबेडकर चौक के अलावा कनौदी, अरवल मोड़, अस्पताल मोड़, ऊंटा सब्जी मंडी और स्टेशन एरिया में सड़क के दोनों ओर से अतिक्रमणकारियों को हटाया गया. अभियान के दौरान कई अस्थाई दुकानें तोड़ी गयी. डीएम अलंकृत पांडेय के निर्देश पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह ने पुलिस बल के साथ घूम-घूम कर सड़क के दोनों और लगे अतिक्रमण को हटाया. इससे पहले भी नगर परिषद की टीम के द्वारा अतिक्रमण हटाया गया था और उनसे पुन: अतिक्रमण न करने का निर्देश दिया गया था. निर्देश के बाद जब अतिक्रमणकारी बाज नहीं आये तो शनिवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान के साथ नगर परिषद की टीम निकली तो कुछ लोगों ने अपना अतिक्रमण स्वयं ही हटा लिया किंतु बहुत सारे अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाया गया. पुलिस बल के साथ नगर परिषद की टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची तो अतिक्रमणकारियों के बीच हड़कंप मच गया. कई अतिक्रमणकारियों ने टीम के पहुंचने के बाद अपना-अपना अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया. बाकी का काम बुलडोजर ने कर दिया. बुलडोजर से कई अस्थाई दुकानें हटाई गई कई गुमटियों को हटाया गया. जबकि कई दुकानों के ऊपर लगे शेड तोड़े गए. इस दौरान टीम ने सड़क पर लगे सात ठेले और दो गुमटी को जब्त कर लिया. इस दौरान कई छोटी-छोटी चौकिया और करकट के शेड भी जब्त किए गए. हालांकि इस बार अतिक्रमणकारियों से नगर परिषद की टीम के द्वारा कोई जुर्माना वसूला नहीं किया गया. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह ने बताया कि जुर्माने की वसूली के बाद भी अतिक्रमणकारियों फिर से दुकान लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. इसके कारण अब उनके सामान जब्त किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया है कि यह अतिक्रमण हटाओ अभियान लगातार आगे भी जारी रहेगा. आगामी 23 सितंबर को जहानाबाद में मुख्यमंत्री का संभावित दौरा है. इसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के दौरे के मद्देनजर यह अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है. ज्ञात हो कि पूरे शहर में अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. पटना- गया एनएच 83 और 110 पर शहर से लगे इलाके में सड़क किनारे यहां-वहां फुटपाथ की दुकान खुले हैं तो कहीं गुमटी, ठेला और फुटपाथ पर ही दुकानें सजाई गई हैं. कुछ दुकानदार अपनी दुकानों के आगे बड़े-बड़े शेड बनाकर उसमें अपनी दुकानों के साथ समान सजा रखे हैं. कई जगहों पर सड़क किनारे सरकारी जमीन पर ही बालू और गिट्टी के दुकान खुले हैं तो कहीं सड़क किनारे सरकारी गैराज, टायर रिपेयरिंग सेंटर, होटल, खुले हुए हैं तो कहीं सड़क किनारे सरकारी जमीन पर लकड़ी के बोटे, एर्वेस्टर की चादर रखी रहती है. प्रशासन द्वारा जब कभी इन अतिक्रमण को हटाया जाता है किंतु अगले ही दिन अतिक्रमणकारी फिर से उसी जगह पर कब्जा करके अपनी दुकान शुरू कर देते हैं.
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