जहरीली हुई हवा, 199 पर पहुंचा एक्यूआइ
ठंड के साथ ही जिले के प्रदूषण के स्तर में भी भारी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. इस मौसम में जिले का एक्यूआइ स्तर 200 के पास पहुंच गया है
जहानाबाद़
ठंड के साथ ही जिले के प्रदूषण के स्तर में भी भारी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. इस मौसम में जिले का एक्यूआइ स्तर 200 के पास पहुंच गया है. मंगलवार को जहानाबाद जिले का एक्यूआइ स्तर 199 रिकॉर्ड किया गया है. इससे पहले पिछले 10 दिसंबर को जिले का एक्यूआइ स्तर 204 रिकॉर्ड किया गया था. प्रदूषण के बढ़ने से जिले के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है. जिले में दिन-प्रतिदिन ठंड बढ़ रही है. इसके साथ ही सुबह में कोहरा और धुंध छाया रहता है.कहीं बदली छाई रहती है तो कभी हल्की धूप नजर आती है. जिले में कई दिनों से अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेंटीग्रेड और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री या इसके नीचे रिकॉर्ड किया जा रहा है. मंगलवार को अधिकतम तापमान 20 डिग्री, तो न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेंटीग्रेड रिकॉर्ड किया गया. इधर पिछले कई दिनों से सुबह में भारी को कुहासा छाया हुआ रहता है. मंगलवार को भी सुबह में धुंध छाई हुई थी.
प्रदूषण का लेवल खतरनाक स्तर पर : शहर में प्रदूषण का स्तर मंगलवार को 199 एक्यूआइ नापा गया. यह प्रदूषण का यह काफ़ी हानिकारक स्तर को दर्शा रहा है. एक्यूआइ हवा में प्रदूषण नापने की एक इकाई है जिसेसे पता चलता है कि वातावरण में कितने जहरीली गैस या प्रदूषण के कण तैर रहे हैं जो मानव शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं. 0 से 50 एक्यूआइ वाली हवा बेहतर और सांस लेने योग्य मानी जाती है. 50 से 100 एक्यूआई, वही हवा को संतोषजनक मानी जाती है. जबकि इससे उच्च स्तर वाली हवा प्रदूषित मानी जाती है. जहानाबाद शहर में सामान्य दिनों में प्रदूषण का यह एक्यूआइ स्तर 125 के आसपास रहता है किंतु ठंड बढ़ने के साथ ही इसका लेवल दो सौ के पास पहुंच गया है. ठंड के मौसम में प्रदूषण सुबह शाम अधिक होता है. जबकि आम दिनों में जहानाबाद शहर में सुबह 10 बजे के बाद प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता है और शाम होते-होते प्रदूषण अपने उच्चतम स्तर तक पहुंच जाता है.
कूड़े जलाने से भी बढ़ता है प्रदूषण : शहर में जगह जगह फेंके गए कूड़े में आग लगाने से भी प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है. शहर के दरधा नदी के अलावा एनएच-83 और एनएच 110 के किनारे विभिन्न जगहों पर जगह-जगह कूड़े फेंके गये हैं. इनमे बड़ी मात्रा पॉलिथीन और प्लास्टिक के कचरे की होती है जिनमें अक्सर लोग आग लगा देते हैं. शहर के एनएच 110 पर भागीरथबिगहा के निकट शहर से निकलने वाले कूड़े का डंप किया गया था. लोगों के विरोध के बाद कूड़े की डंपिंग तो बंद हो गयी, किंतु उसे अभी तक नहीं हटाया गया है. हर जगह जमा कूड़े में लोग अक्सर आग लगा देते हैं, उससे भी जहरीली धुंआ निकलती रहती है और हवा में जहरीली गैसें फैलती हैं. इन सब कारणों से हवा का एक्यूआइ स्तर बढ़ जाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है