1060 शिल्पकारों को दिया गया अनुमोदन
डीएम के निर्देश पर डीडीसी धनंजय कुमार की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में पीएम विश्वकर्मा योजना की बैठक आयोजित की गयी. पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य अपने हाथों और औजारों की मदद से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को शुरू से अंत तक सहायता प्रदान करना है.
जहानाबाद नगर.
डीएम के निर्देश पर डीडीसी धनंजय कुमार की अध्यक्षता में उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में पीएम विश्वकर्मा योजना की बैठक आयोजित की गयी. पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य अपने हाथों और औजारों की मदद से काम करने वाले कारीगरों और शिल्पकारों को शुरू से अंत तक सहायता प्रदान करना है.
इस योजना में 18 व्यवसायों बढ़ई, नवनिर्माता, हथियार निर्माता, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाले, मूर्तिकार, मोची कारीगर, राजमिस्त्री, टोकरी चटाई झाड़ू निर्माता , कोयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई ,माला बनाने वाले, धोबी ,दर्जी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले कारीगर और शिल्पकारों को शामिल किया गया है. महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र के द्वारा बैठक में अवगत कराया गया कि कुल 1060 शिल्पकारों का आवेदन ग्राम पंचायत यूएलबी से सत्यापन के बाद जिला कार्यालय समिति को अग्रसारित किया गया है. जिला क्रियान्वयन समिति द्वारा आवेदनों पर विचार करते हुए अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है. इसके बाद इन आवेदनों को राज्य स्क्रीनिंग कमेटी के समक्ष स्वीकृति के लिए भेजने की कार्यवाही की जा रही है. उद्योग विभाग द्वारा संचालित इस योजना को विगत वर्ष 17 सितंबर के दिन लॉन्च किया गया था. जिले के द्वारा पूर्व में भी 795 आवेदनों पर जिला क्रियान्वयन समिति के द्वारा अनुमोदन के बाद राज्यस्तरीय स्क्रीनिंग कमेटी को स्वीकृति के लिए भेजी गई थी, जिसमें 453 लोगों को राज्यस्तर पर स्टेज 3 की स्वीकृति के बाद लाभ मिल रहा है. इस योजना के तहत मिलने वाले लाभों की बात करें तो कौशल उन्नयन के तहत 500 रूपये प्रतिदिन के वजीफे के साथ-साथ 5 से 7 दोनों का बुनियादी प्रशिक्षण और 15 दोनों या उससे अधिक का उन्नत प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है. टूल किट प्रोत्साहन बुनियादी कौशल प्रशिक्षण की शुरुआत में ई -वाउचर के रूप में 15000 रूपये तक का टूल किट प्रोत्साहन दिया जाता है. रियायती दर पर ऋण की व्यवस्था की गई है, जिसमें बिना कुछ गिरवी रखें, उद्यम विकास ऋण के रूप में 3 लाख रूपये तक का ऋण, एक लाख और दो लाख रुपए के दो किस्तों में क्रमशः 18 महीने और 30 महीना की अवधि के लिए 5 प्रतिशत निर्धारित रियायती ब्याज पर भारत सरकार द्वारा 8 प्रतिशत की सीमा तक छूट के साथ प्रदान किया जाता है. डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन के रूप में प्रत्येक डिजिटल भुगतान या रसीद के लिए प्रति डिजिटल लेनदेन 1 रूपये की राशि के हिसाब से अधिकतम 100 लेन-देन मासिक तक लाभार्थी के खाते में जमा किया जाएगा. विपणन सहायता के लिए मूल्य श्रृंखला से जुड़ाव में सुधार के लिए कारीगरों और शिल्पकारों को गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, जेम जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर मौजूदगी, विज्ञापन, प्रचार एवं अन्य विपणन गतिविधियों के रूप में विपणन सहायता प्रदान की जाएगी. लाभार्थियों का नामांकन पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के साथ सामान्य सेवा केंद्र के माध्यम से किया जाता है. लाभार्थियों के नामांकन के बाद तीन चरणों में सत्यापन किया जाएगा जिसमें ग्राम पंचायत, यूएलबी स्तर पर सत्यापन, जिला क्रियान्वयन समिति द्वारा जांच एवं सिफारिश, स्क्रीनिंग समिति द्वारा अनुमोदन शामिल हैं. जिला उद्योग केन्द्र इस अति महत्वपूर्ण पीएम विश्वकर्मा योजना में जिला के अधिक से अधिक कारीगरों शिल्पकारों को आच्छादित करने एवं सहायता प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है. सभी से अनुरोध किया गया है कि जो भी इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करना चाहते हैं वह पीएम विश्वकर्मा पोर्टल के माध्यम से अपना नामांकन आवेदन अवश्य करें.
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