जहानाबाद.
नगर परिषद जहानाबाद के बोर्ड की बैठक काफी हंगामेदार रही. बैठक में शहर में खराब लाइट और अधिकांश वार्डों में फैली गंदगी का मुद्दा छाया रहा जिस पर पार्षदों ने नगर परिषद के अध्यक्ष और कार्यपालक पदाधिकारी को घेरा. इस दोनों मुद्दे पर कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा विभाग से राय मांगने के जवाब पर बड़ी संख्या में पार्षद आक्रोशित हो गए और उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी पर कार्य को टालने का आरोप लगाते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया. कार्यपालक पदाधिकारी का कहना था कि आंतरिक संसाधन से लाइट की मरम्मत तथा सफाई के लिए लेबर बढ़ाने के मुद्दे पर वह विभाग से राय लेंगे. उसके बाद यह काम किया जायेगा. इसी पर बैठक में शामिल पार्षद आक्रोशित हो गये. बैठक का बहिष्कार करने वाले पार्षदों की संख्या करीब डेढ़ दर्जन से अधिक थी. हालांकि बाद में कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा पार्षदों का मान-मनौअल कर उनको वापस बुलाया गया जिसके बाद कुछ पार्षद पुनः बैठक की कार्यवाही में शामिल हो गये. जबकि इसके बावजूद बड़ी संख्या में पार्षद बैठक के बहिष्कार में रहे. बैठक के बहिष्कार में रहने वाले पार्षदों में वार्ड संघ के अध्यक्ष संजय यादव, धर्मपाल यादव, नजमुल होदा, बबलू कुमार, जैनब खातून, सुमिता देवी, शीला देवी, प्रभा देवी आदि शामिल थे. बाद में कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह ने आंतरिक संसाधन से शहर के खराब लाइट की मरम्मत और वार्डों में सफाई का काम कराने का आश्वासन दिया. जिसके बाद वार्ड पार्षद शांत हुए.ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले प्रभात खबर के द्वारा शहर में बड़े पैमाने पर खराब लाइट का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया था. प्रभात खबर के द्वारा एलईडी लाइट पर पिछले सात-आठ वर्षों का आंकड़ा देते हुए नई लाइट लगाए जाने से लेकर कंपनी को उसे मुद्दे पर भुगतान और आंतरिक संसाधन से खराब लाइटों की मरम्मत तथा मरम्मत के नाम पर अनाप-शनाप राशि की निकासी का मामला भी उठाया गया था. करीब से आधे पन्ने से अधिक बड़ी इस खबर में इस वर्ष फरवरी से लाइट की मरम्मत बंद होने की बात भी प्रमुखता से उजागर की गई थी जिसके कारण शहर का अधिकांश हिस्सा अंधेरे में डूबा हुआ है. लाइटों की मरम्मत नहीं हुई तो अंधेरे में मनेगा दशहरा का पर्व हेडलाइन से छपी इस खबर की शहर के आम लोगों के साथ-साथ वार्ड पार्षदों के द्वारा भी सराहना की गई थी. इसके साथ ही प्रभात खबर ने शहर के वार्डों में गंदगी तथा शहर के चारों ओर कूड़े के ढेर और उसके निबटारे में नगर परिषद के असफल रहने का भी मुद्दा प्रमुखता से उजागर किया था. इन दोनों मुद्दों को पार्षदों ने पकड़ लिया और इन्हीं दोनों मुद्दे पर बैठक में जमकर बहस हुई और बैठक का बहिष्कार भी किया गया. बैठक में शहर के सभी 33 वार्ड में विकास कार्यों को प्रशासनिक स्वीकृति दी गई. इसके लिए सभी बातों में काम से कम तीन योजनाएं ली गयी हैं. जबकि कुछ वार्डों में इससे अधिक योजनाएं भी शामिल हैं. बैठक में नगर परिषद क्षेत्र के 33 वार्ड में कुल 130 योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है. इनमें उत्तरी और दक्षिणी दौलतपुर सड़क का निर्माण भी शामिल है जिसकी लागत करीब 70 से 80 लख रुपए बताई जा रही है. जबकि अन्य अधिकांश योजनाएं 25 लाख रुपए की हैं. इनमें नाली गली और पीसीएस की योजनाएं शामिल हैं. इन योजनाओं को पूर्व की बैठक में ही पारित की गई थी. जबकि बैठक में इसे प्रशासनिक स्वीकृति दी गई. अब इसका टेंडर निकालकर कंपनियों का चयन किया जायेगा. इसके बाद काम शुरू हो सकेगा. मुख्य पार्षद रूपा देवी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में उपमुख्य पार्षद पिंटू रजक के अलावा वार्ड पार्षद संजय यादव, धर्मपाल यादव, बबलू कुमार, जैनब खातून, सुमिता देवी, पिंकी देवी, महेंद्र पासवान, प्रभा देवी, नीरज कुमार सहित अन्य वार्ड पार्षद तथा कार्यपालक पदाधिकारी दीनानाथ सिंह मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है