सदर अस्पताल में गायब रहे डॉक्टर, इलाज के अभाव में बच्चे की मौत

सदर अस्पताल में पांच वर्षीय बच्चे की इलाज के अभाव के कारण मौत हो गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शुक्रवार की सुबह इमरजेंसी में कोई भी डाॅक्टर उपस्थित नहीं थे. बच्चे को इलाज के लिए लेकर आये उनके परिजन डेढ़ घंटे तक अस्पताल में डॉक्टर के लिए इधर-उधर भटकते रहे किंतु उन्हें सदर अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिले.

By Prabhat Khabar News Desk | August 16, 2024 10:41 PM
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जहानाबाद.

सदर अस्पताल में पांच वर्षीय बच्चे की इलाज के अभाव के कारण मौत हो गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शुक्रवार की सुबह इमरजेंसी में कोई भी डाॅक्टर उपस्थित नहीं थे. बच्चे को इलाज के लिए लेकर आये उनके परिजन डेढ़ घंटे तक अस्पताल में डॉक्टर के लिए इधर-उधर भटकते रहे किंतु उन्हें सदर अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिले. काको थाना के कुमरडीह निवासी मनीष कुमार ने बताया कि उसका पांच वर्षीय बेटा ऋषिकेश कुमार आज स्कूल नहीं गया. उसने बताया कि उसके पेट में दर्द है जिसके बाद वह उसे सुबह में लेकर इलाज के लिए सदर अस्पताल आये. अस्पताल में डेढ़ घंटे तक डॉक्टर के लिए इमरजेंसी से लेकर ओपीडी के हर कमरे में दर-दर की ठोकर खाते रहे, लेकिन कोई डॉक्टर नहीं मिले. अस्पताल के अधीक्षक भी उस समय वहां मौजूद नहीं थे, जिसके कारण इलाज नहीं नहीं हो पाया और बच्चे की मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि जब उसके बच्चे की सांस थम गयी और उसका शरीर शांत हो गया तब भी कोई बच्चे को मृत घोषित करने वाला भी अस्पताल में नहीं था. बच्चे के परिजनों ने सदर अस्पताल प्रशासन और वहां के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर अस्पताल में खूब हंगामा किया. हंगामा के बाद सदर अस्पताल में सिविल सर्जन पहुंचे और वहां मौजूद रोगियों को देखना शुरू किया लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी. परिजन का आरोप है कि डॉक्टर हॉस्पिटल में मौजूद ही नहीं थे, जिसके कारण उसके बच्चे की मौत हुई. सिविल सर्जन ने मामले की जांच के आदेश देकर मामले को शांत कराया. मृतक के चाचा कुणाल कुमार ने बताया कि बच्चे के पेट में दर्द हो रहा था, उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आये थे. दो घंटे तक भटकते रहे लेकिन, कोई डॉक्टर के नहीं रहने के कारण बच्चे की मौत हो गयी.

पहले भी डॉक्टरों की ड्यूटी से फरार रहने का मामला आया है सामने : इससे पहले भी कई बार सदर अस्पताल की ड्यूटी से डॉक्टर के फरार रहने की घटना सामने आई है जिसके कारण अस्पताल में बवाल हुआ है. इससे पहले भी कई मरीजों की मौत डॉक्टर के नहीं रहने के कारण इलाज के अभाव में हुई है. इसके बाद सदर अस्पताल में हंगामा हुआ है. कुछ ही दिन पहले जिलाधिकारी अलंकृत पांडे सदर अस्पताल की औचक निरीक्षण में गयी थी जिसमें सदर अस्पताल की ओपीडी में मात्र पांच डॉक्टर उपलब्ध थे, बाकी डॉक्टर अपनी ड्यूटी से फरार थे. उस मामले में अभी कार्रवाई हुई भी नहीं है कि डॉक्टरों की ड्यूटी से फरार होने का नया मामला सामने आ गया.

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