स्वच्छता मिशन की सफलता पर लगा ग्रहण, लोग नहीं दे रहे राशि

प्रधानमंत्री स्वच्छता मिशन के तहत गांव में कचरा का उठाव किया जा रहा है. कचरा उठाव के लिए सरकार द्वारा भारी भरकम राशि भी खर्च की जा रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 13, 2024 10:58 PM

जहानाबाद सदर.

प्रधानमंत्री स्वच्छता मिशन के तहत गांव में कचरा का उठाव किया जा रहा है. कचरा उठाव के लिए सरकार द्वारा भारी भरकम राशि भी खर्च की जा रही है. गांव में किसी व्यक्ति के घर से कचरा छूटे नहीं उसके लिए सरकार द्वारा पेडल रिक्शा हर वार्ड में उपलब्ध करा दी गयी है. सफाईकर्मी पेडल रिक्शा लेकर घर-घर जाते हैं और कचरा के उठाकर उसे डंपिंग जोन में ले आते हैं लेकिन सरकार के इस अभियान पर ग्रहण तब लग जा रही है, जब लोगों द्वारा इसमें सहयोग नहीं किया जा रहा है. प्रशासन के लाख कोशिश के बावजूद भी सरकार द्वारा निर्धारित छोटा रकम भी लोग नहीं दे पा रहे हैं. सरकार द्वारा प्रत्येक घर से कचरा उठा के बदले में 30 रुपया शुल्क निर्धारित किया है लेकिन यह राशि भी महज 20 से 25 प्रतिशत लोग ही दे पा रहे हैं. अभी तक 70 से 75 प्रतिशत लोग निर्धारित राशि ही नहीं दे रहे हैं, जिसकी वजह से अभियान की सफलता पर ग्रहण भी लग रहा है. घरों से कचरा उठाव करने में प्रत्येक वार्ड में सरकार को प्रति महीने काफी खर्च हो जाता है लेकिन बदले में निर्धारित राशि 10000 भी नहीं आ पा रही है.

लोगों में जागरूकता का अभाव : कचरा उठा के लिए सरकार द्वारा प्रत्येक घर से महज 30 रुपया निर्धारित किया गया है लेकिन जागरूकता के अभाव में लोग छोटा रकम भी नहीं दे पा रहे हैं, जिसकी वजह से कचरा उठाव करने के लिए अन्य संसाधनों की व्यवस्था करने में प्रशासन को दिक्कत का सामना करना पड़ जाता है. कई बार स्वच्छताकर्मी को अनुदान की राशि नहीं मिलने की वजह से काम भी बाधित हो गया था. इसके बाद प्रशासन द्वारा निर्धारित राशि को वसूल करने के लिए सख्त कदम भी उठाया गया था लेकिन इसके बावजूद भी लोग निर्धारित रशीद देने से अभी भी परहेज कर रहे हैं.

घर-घर जाकर उठना है कचरा : प्रधानमंत्री स्वच्छता मिशन के तहत प्रत्येक पंचायत के प्रत्येक वार्ड के हर घर में स्वच्छताकर्मी इन दिनों रोजाना जाता है. सुबह होते ही पेडल रिक्शा लेकर स्वच्छताकर्मी गांव में पहुंच जाते है और घर-घर जाकर कचरा का उठाव करना शुरू कर देते है. कचरा उठाव करने के बाद स्वच्छता कर्मी कचरा को डंपिंग जोन में पहुंचा देते हैं. कचरा उठाव करने के लिए प्रशासन द्वारा स्वच्छता कर्मी के साथ-साथ समन्वयक भी प्रतियुक्त किये गये हैं. साथ ही सभी को पेडल रिक्शा भी मुहैया करा दिया है.

जहां कभी पेडल रिक्शा टूट जाता है उसका मरम्मती का कार्य भी प्रशासन द्वारा कराया जाता है, ताकि कचरा उठाव में किसी प्रकार का कोई बाधा उत्पन्न नहीं हो सके लेकिन राशि का भुगतान समय पर लोगों द्वारा नहीं जमा करने की वजह से इस अभियान पर व्यापक असर पढ़ने लगा है.

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