किसानों का शत प्रतिशत इ-केवाइसी करना करें सुनिश्चित

डीएम अलंकृता पांडे के अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में कृषि टास्क फोर्स व जिला स्तरीय समिति (डीएलसी) की बैठक हुयी. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी संभावना द्वारा कृषि कार्यालय में संचालित योजनाओं से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 21, 2024 10:59 PM

जहानाबाद नगर. डीएम अलंकृता पांडे के अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में कृषि टास्क फोर्स व जिला स्तरीय समिति (डीएलसी) की बैठक हुयी. बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी संभावना द्वारा कृषि कार्यालय में संचालित योजनाओं से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गयी. बैठक में कृषि विभाग के प्रतिवेदन के अवलोकन के बाद डीएम द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि आगामी बैठक में सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी भाग लेंगे. बैठक में पाया गया कि किसानों का केवाईसी नहीं किया जा रहा है तथा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का भी निबंधन नहीं कराया जा रहा है, जिसके लिए डीएम द्वारा खेद व्यक्त करते हुए जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक एवं जिला कृषि पदाधिकारी को समन्वय स्थापित कर पंचायत एवं वार्ड स्तर पर किसानों के बीच शिविर आयोजित कर किसानों को ई-केवाईसी एवं प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना से जोड़ने का निर्देश दिया. साथ ही किसानों का ई-केवाईसी करवाते हुए अगले माह के बैठक तक डाटा शून्य करने का निर्देश दिया. डीएओ द्वारा बताया गया कि 39345.53 हेक्टेयर में गेंहू, मक्का एवं जौ फसल का अच्छादन का लक्ष्य मिला है. इसके विरूद्ध 9375.75 हेक्टेयर आच्छादित हुआ है. जबकि दलहन में मसूर, चाना, खेसारी, मटर, मुंग, उड़द और दलहन के लिए 13856.88 लक्ष्य (हे० में) दिया गया था, जिसके विरुद्ध 4677.71 आच्छादित हुआ है. तेलहनी में राई/सरसों, तीसी, सूर्यमुखी एवं मुंगफली के लिए 1910.09 लक्ष्य (हे० में) दिया गया था, जिसके विरुद्ध 623.59 आच्छादित हुआ है. अन्य फसलों में भी राजमा एवं गन्ना के लिए 2.12 लक्ष्य (हे० में) दिया गया था, जिसके विरुद्ध 0.20 आच्छादित हुआ है. डीएम ने इसमें प्रगति लाने का निर्देश दिया. जिले में कुल 205 स्थानों पर उर्वरक की काला बाजारी के लिए छापामारी किया गया, जिसमें 25 में अनियमिता पाया गया, जिसके लिए 23 पर स्पष्टीकरण की गई और 02 को निलंबित किया गया है. डीएम ने सख्त निर्देश दिया कि बीज की कालाबाजारी पायें जाने तथा कैश मेमो में गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करें. कृषि यांत्रिकीकरण की समीक्षा में यांत्रिक मशीन के वितरण में कमी पाया गया, जिसके लिए बताया गया कि जिन यंत्रों की आवश्यकता नहीं थी, वो यंत्र विभाग से उपलब्ध करा दिया गया है, इसे बदलने की कार्रवाई की जा रही है. यंत्र बदलने के उपरांत शीघ्र लाभुकों के बीच शत प्रतिशत वितरण करा दिया जाएगा. उद्यान पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले में गोवर गैस प्लांट एवं बॉयोगैस लगाया जा रहा है. मशरूम के लिए बैंग किसानों के बीच वितरण कर दिया गया है . डीएम ने जिले में मशरूम की खेती में अच्छी बढ़त की संभावना को देखते हुये इसके लिए विभाग से मशरूम खेती के लिए लक्ष्य बढ़ाने का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया. मधुमक्खी पालन के लिए जिले में 3500 बॉक्स 15 से 30 दिसम्बर तक वितरित किया जाना है, जिसमें अब तक 2000 आवेदकों के बीच मधुमक्खी बॉक्स वितरण कर दिया गया है. बैठक में सब्जी विकास योजना की समीक्षा की गई, जिसमें निर्देश दिया गया कि किसानों को सहयोग दिया जा रहा है अथवा नहीं ,इसका अनुश्रवण किया जाए. आगामी बैठक में सभी विभागों को अपने जिला का स्टेट रैंकिंग के साथ भाग लेने का निर्देश दिया गया. मिट्टी जांच की समीक्षा में पाया गया कि आवेदन कम है, जिसमें मुख्य रूप से किसान सलाहकारों की भूमिका है, वे क्षेत्र में भ्रमण कर किसानों को ऐप के माध्यम से आवेदन की प्रविष्टि करायेंगे. डीएम ने डीडीसी धनंजय कुमार को मिट्टी जांच केन्द्र का निरीक्षण करने का निर्देश दिया तथा जिला कृषि पदाधिकारी को किसान सलाहकारों के माध्यम से गांवों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करेंगे तथा गांव स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार करना सुनिश्चित करेंगे. पशुपालन पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि 6429 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान कराया गया है, जिसमें माह नवंबर में 686 कृत्रिम गर्भाधान कराया गया है. उसी प्रकार 75 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान की कराया गया है, जिसमें माह नवम्बर में 18 कृत्रिम गर्भाधान की कराया गया है. जिले में 211694 पशुओं का इयर टैगिंग किया गया है. बैठक में हर खेत तक सिंचाई कार्यक्रम की समीक्षा की गई. जिसमें बताया गया कि 23 योजना संचालित है, जिसमें 08 योजना पूर्ण, 14 योजना में कार्य प्रगति पर तथा 01 योजना के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है. डीएम ने निर्देश दिया कि निर्धारित समय सीमा पर सभी कार्य पूर्ण किया जाये. जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत लघु सिंचाई द्वारा कुल 11 योजना संचालित है, जिसमें 08 योजना पूर्ण हो गया और तीन योजनाओं में कार्य प्रगति पर है.

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