बगैर लाइसेंस के चल रहा था रेस्ट हाउस, संचालक समेत पांच पर प्राथमिकी दर्ज

नगर थाना क्षेत्र के स्टेशन इलाके से छापेमारी के दौरान बुधवार को रेस्ट हाउस से संदिग्ध हालत में मिले लड़के-लड़कियों के मामले में गुरुवार को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 21, 2024 9:54 PM

जहानाबाद.

नगर थाना क्षेत्र के स्टेशन इलाके से छापेमारी के दौरान बुधवार को रेस्ट हाउस से संदिग्ध हालत में मिले लड़के-लड़कियों के मामले में गुरुवार को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एक्सक्यूटिव मजिस्ट्रेट निलेश कुमार चौरसिया के लिखित शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी में संचालक समेत पांच नामजद एवं कई अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दर्ज प्राथमिकी में होटल के संचालक नागेंद्र कुमार उर्फ डबला मधुवन रेस्ट हाउस के मकान मालिक भोला प्रसाद, होटल के दो कर्मी एवं अतिथि रेस्ट हाउस के मकान मालिक के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. वहीं कई अज्ञात के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया है कि छापेमारी के दौरान संदिग्ध हालत में पकड़े गए 15 लड़के-लड़कियों में एक नाबालिक है. नाबालिक के खिलाफ पुलिस विधि-सम्मत कार्रवाई करने में जुटी है.

बगैर लाइसेंस के संचालित हो रहा था रेस्ट हाउस :

पुलिसिया जांच-पड़ताल के क्रम में यह बात सामने आई है कि बगैर लाइसेंस के रेस्ट हाउस का संचालन किया जा रहा था, जो एक गंभीर मसला है. आखिरकार महीनों से होटल एवं रेस्ट हाउस कैसे चल रही थी, यह भी जांच का विषय है लेकिन प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि रेस्ट हाउस के संचालन के लिए सरकारी स्तर पर किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी और गलत धंधा करने के लिए संचालक द्वारा ग्राहकों से मोटी रकम लेकर रूम उपलब्ध कराया जाता था.

बाहरी हरकत देखने के लिए सीसीटीवी का किया जाता था उपयोग :

जांच-पड़ताल के क्रम में यह बात भी सामने आई है कि होटल संचालक द्वारा जो होटल में सीसीटीवी लगाया गया था, उसमें वह ग्राहकों को रूम उपलब्ध कराने के बाद बाहरी हरकत देखने के लिए सीसीटीवी का उपयोग करते थे. सीसीटीवी में देखा जाता था कि होटल के बाहर कौन लोग घूम रहे हैं और कौन-कौन लोग अंदर आ रहे हैं. ऐसे में पुलिस पर नजर पड़ते ही सभी सतर्क हो जाते थे और ग्राहकों को गुप्त रास्ते से निकाल दिया जाता था.

रेस्ट हाउस में पूर्व में भी पड़ चुका है छापा :

स्टेशन के समीप संचालित मधुवन रेस्ट हाउस में गलत धंधा की सूचना पर पुलिस करीब ढाई माह पूर्व भी छापेमारी की थी, लेकिन पुलिस की छापेमारी की भनक संचालक को पहले ही लग चुकी थी. जब तक पुलिस होटल में पहुंचती उसके पूर्व सभी कमरे को खाली कर दिया गया था और पुलिस को बैरंग वापस लौटनी पड़ी थी लेकिन एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह के नेतृत्व में हुई छापेमारी के दौरान यह बात सामने आई थी कि रेस्ट हाउस में गलत धंधा कराया जाता है जिसकी जानकारी लिखित रूप से पुलिस पदाधिकारी ने वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया था, बावजूद महीना तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं हुई. नतीजतन मधुवन रेस्ट हाउस के संचालक ने काली कमाई को बढ़ते देखकर पड़ोस के मकान के कई कमरों को किराए पर ले रखा था और पड़ोस के बिल्डिंग में अतिथि रेस्ट हाउस के नाम से संचालित किया जा रहा था. रेस्ट हाउस की आड़ में चल रहे जिस्मफरोशी के धंधे की करतूत सामने आने के बाद पुलिस अनुसंधान में जुट गई है कि आखिरकार इस धंधे को संचालित कर काली कमाई करने में पर्दे के पीछे किन-किन लोगों का हाथ है. फिलहाल पुलिस अभी अनुसंधान प्रभावित होने का हवाला देते हुए कुछ भी बताने से परहेज कर रही है लेकिन इतना तय है कि होटल से मिले सीसीटीवी के हार्ड डिस्क से कई ऐसे लोगों का नाम सामने आ सकता है, जो संचालक के साथ मिलकर मौज-मस्ती के अड्डे को बढ़ावा दे रहे थे. सूत्र यह भी बताते हैं कि पकड़े गए लड़के-लड़कियों में एक पुलिस का जवान भी है, जिसकी शादी तय होने के बाद हाल-फिलहाल में छेका- पेस्की भी हुआ था और वह जिस लड़की से शादी होनी थी, उससे मिलने के लिए जहानाबाद पहुंचा था, जहां छापेमारी के दौरान रेस्ट हाउस में दोनों पकड़ा गया. हालांकि पुलिस इस संदर्भ में कुछ भी बताने से परहेज कर रही है. चर्चा यह भी है कि पकड़ा गया पुलिस का जवान मुजफ्फरपुर का रहने वाला है. जबकि लड़की जहानाबाद जिले की रहने वाली है. फिलहाल पुलिस पकड़े गये सभी लड़के -लड़कियों के उम्र का सत्यापन कर विधि-सम्मत कार्रवाई करने में जुटी है.

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