जिले के 102 दवा दुकानों की निरस्त हो सकता है लाइसेंस
पत्र के साथ संलग्न सूची में 102 दवा दुकानों का नाम शामिल हैं. पत्र में उल्लेख किया गया है कि औषधि निरीक्षक को औषधि संस्थानों के निरीक्षण के लिए निर्देश दिये गये हैं.
जहानाबाद नगर.
जिले के 102 दवा दुकानों की अनुज्ञप्ति निरस्त हो सकता है. इस संबंध में औषधि निरीक्षक द्वारा सहायक औषधि नियंत्रक को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि इन दवा दुकानदारों द्वारा चोरी-छुपे दवा व्यवसाय किया जा रहा है या दवा दुकानें बंद हो चुकी हैं. ऐसे में नियम-सम्मत कार्रवाई करते हुए उनकी अनुज्ञप्ति निरस्त किया जाये. पत्र के साथ संलग्न सूची में 102 दवा दुकानों का नाम शामिल हैं. पत्र में उल्लेख किया गया है कि औषधि निरीक्षक को औषधि संस्थानों के निरीक्षण के लिए निर्देश दिये गये हैं. उनके अनुपालन के लिए प्रत्येक औषधि संस्थान द्वारा अपने नाम, पता एवं अनुज्ञप्ति संख्या को प्रदर्शित करना अनिवार्य है ताकि उन तक पहुंचा जा सके. अनुज्ञप्ति प्राप्त औषधि प्रतिष्ठानों की सूची के अवलोकन से ज्ञात हुआ है कि अनेक संस्थान ऐसे हैं जिनका अब तक निरीक्षण नहीं किया गया है. इन संस्थानों द्वारा अपना नाम, पता एवं अनुज्ञप्ति संख्या भी प्रदर्शित नहीं किया गया है जिससे उन तक पहुंचा जा सके. कुछ संस्थान ऐसे भी हो सकते हैं जो बंद हो चुके हैं परंतु कार्यालय सूची में उनका नाम अब तक दर्ज है, उन छुटे हुए औषधि प्रतिष्ठानों की जानकारी में सहयोग के लिए दो बार जिला केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट संघ को पत्र लिखा गया है लेकिन उनके द्वारा भी जानकारी उपलब्ध नहीं कराया गया है. ऐसे में इन औषधि प्रतिष्ठानों की अनुज्ञप्ति नियम-सम्मत कार्रवाई करते हुए निरस्त किया जाये.शिक्षक की लापरवाही से डायट सेंटर में लगी आग, कोई हताहत नहीं :
अरवल
. सदर प्रखंड अंतर्गत रामपुर-चौरम थाना क्षेत्र के हैबतपुर में अवस्थित डायट ट्रेनिंग सेंटर के एक कमरे में आग लग गयी. हालांकि घटना में किसी की हताहत होने की सूचना प्राप्त नहीं हुई है. इस संबंध में डायट ट्रेनिंग सेंटर के प्राचार्य सोनम शर्मा ने बताया कि ट्रेनिंग केंद्र के पहले तल पर कमरा नंबर 32 में अचानक आग लगने की खबर मिली, जिस वक्त अगलगी की घटना घटित हुई, उस समय शिक्षकों का दूसरे कमरे में ट्रेनिंग चल रहा था. उन्होंने बताया कि घटना रूम हीटर के कारण से हुई है. कमरे में रहने वाले शिक्षक के द्वारा रूम हीटर चालू कर छोड़ दिया गया था और ट्रेनिंग के लिए चले गए थे. घटना के कारण कमरे में रखे शिक्षकों के सामान के साथ लकड़ी के फर्नीचर से बने बेड जलकर राख हो गए. घटना को लेकर प्रधानाध्यापिका ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त करने आए शिक्षकों की लापरवाही से घटना घटित हुई है, इसकी जांच की जा रही है. दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में इस घटना की पुनरावृत्ति न हो सके. जिस वक्त घटना घटी, उस समय ट्रेनिंग कॉलेज में लगभग 40 शिक्षकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा था. अगर रात्रि में घटना घटित होती तो जान-माल के नुकसान से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है