Loading election data...

डॉ जमीर अहसन अल्पसंख्यक उवि ढोढा की प्रबंधन समिति में गड़बड़ी का आरोप

स्थानीय प्रखंड के डॉ जमीर अहसन अल्पसंख्यक उच्च विद्यालय ढोढा के प्रबंध समिति की मनमानी और कार्यकलाप में गड़बड़ी को लेकर एक सदस्य द्वारा स्वीकार की गयी ऑडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 13, 2024 11:09 PM

मखदुमपुर. स्थानीय प्रखंड के डॉ जमीर अहसन अल्पसंख्यक उच्च विद्यालय ढोढा के प्रबंध समिति की मनमानी और कार्यकलाप में गड़बड़ी को लेकर एक सदस्य द्वारा स्वीकार की गयी ऑडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. इस ऑडियो ने काफी दिनों से प्रबंधन समिति के चयन और उनकी मनमानी पर उठ रहे सवाल को और भी पुख्ता कर दिया है. ऑडियो वायरल होने के बाद गांव के लोग प्रबंधन समिति के गठन, स्कूल के संचालन और इसके पूरे बाइलॉज में की गयी फेर-बदल की जांच की मांग तेज कर दी है. इस सिलसिले में सोमवार को वार्ड संघ की प्रखंड अध्यक्ष नाज़नी प्रवीण, ग्रामीण श्याम नंदन प्रसाद निराला, सारिक फतह, तुफैल आलम, झूलन यादव, शाहिद मलिक, राजकुमार सिंह, परमानंद प्रसाद सहित दर्जनों ग्रामीणों ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखित आवेदन देकर विद्यालय प्रबंध समिति के गठन और उसकी पूरी कार्य प्रणाली एवं फर्जी तरीके से आचार संहिता के दौरान एक शिक्षिका की नियुक्ति करने के मामले की जांच की मांग की है. दरअसल, पिछले कई दिनों से एक ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूल के एक सदस्य जुबेर अहमद द्वारा स्वीकार किया जा रहा है कि नयी शिक्षिका की बहाली गलत ढंग से हमलोगों ने इसलिए की है कि स्कूल के खिलाफ यदि कोई आवाज उठाए, तो शिक्षिका के पति उसे ठंडा कर जान से मार देंगे. दिए गए आवेदन में कहा गया है कि विद्यालय प्रबंधन समिति में मनमाने तरीके से पति-पत्नी खुद अध्यक्ष और सचिव खुद ही बन गए हैं. इसके अलावा अपने करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों को सदस्य बना कर पैसे के बल पर विद्यालय में शिक्षको की नियुक्ति की गई है. विद्यालय प्रबंधन समिति को स्कूल में पढ़ाई-लिखाई से कोई मतलब नहीं है, जिसका एक ऑडियो विद्यालय के सदस्य जुबेर अहमद द्वारा स्वीकार किया जा रहा है, जो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विद्यालय के सदस्य द्वारा कहा जा रहा है कि नई शिक्षिका की बहाली केवल इसलिए की गई है कि विद्यालय पर कुछ लोगों द्वारा पूर्व में डीइओ कार्यालय में आवेदन दिया गया था, उसी को ठंडा करने के उद्देश्य से शिक्षिका की बहाली की गयी है. साथ ही सदस्य द्वारा यह भी कबूल किया जा रहा है कि विद्यालय प्रबंधन समिति में गड़बड़ी है. इस गड़बड़ी से प्रत्येक माह सरकारी अनुदान के रूप में मिल रहे लाखों रुपये का सरकारी खजाने को चूना लगाया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि एक ही परिवार पूरे विद्यालय पर अतिक्रमण कर अपने करीबी लोगों को शिक्षक नियुक्त कर प्रत्येक माह लाखों रुपये की अवैध उगाही कर रहे हैं. उन्होंने विद्यालय प्रबंधन समिति के गठन से लेकर शिक्षक नियुक्ति की जांच कराने की मांग जिला शिक्षा पदाधिकारी से की है. आवेदन मिलने के बाद डीईओ ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि मामला बेहद संगीन है. पूरे मामले की गंभीरता से जांच करायी जायेगी. साथ ही दोषी पाये जाने वाले लोगों पर विधि-सम्मत कानूनी कार्रवाई भी की जायेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version